Last Updated: Friday, December 20, 2013, 17:55
मुंबई : टोगो की जेल में पिछले पांच महीने से कैद भारतीय नाविक सुनील जेम्स शुक्रवार को अपने घर लौट आया, जहां शोक में डूबे उसके परिवार के लोग उसके बच्चे की अंत्येष्टि के लिए उसका इंतजार कर रहे थे। जेम्स के घर से दूर रहने के दौरान उसके बच्चे की मौत हो गई थी। उसे गुरुवार को रिहा किया गया था।
भारत ने टोगो के अधिकारियों को इस आधार पर मनाया कि उसे अपने 11 महीने के बच्चे की अंत्येष्टि करनी है जिसकी दो दिसंबर को मौत हो गई थी। जेम्स के परिवार के लोग उसकी रिहाई के लिए पिछले कुछ हफ्तों से उस पर दबाव बना रहे थे। उसकी पत्नी अदिती ने प्रधानमंत्री तक से यह अनुरोध करने लिए मुलाकात की थी कि वह उनके मामले को पश्चिम अफ्रीकी देश के समक्ष रखें।
उन्होंने हवाई अड्डा पर मीडिया से कहा कि पिछले पांच महीनों के दौरान जो कुछ हुआ वह गुजरा हुआ कल है। मैं यहां इसलिए आया हूं कि पिता होने के नाते मुझे कुछ फर्ज निभाना है। इसलिए कृपया इस बात का सम्मान करिए। जेम्स ने अपनी रिहाई के लिए प्रधानमंत्री का, उनके कार्यालय का, अकरा स्थित भारतीय उच्चायोग और कांग्रेस सांसद संजय निरूपम का शुक्रिया अदा किया।
जेम्स ने कहा कि जो कुछ भी अतीत में हुआ वह गुजरा हुआ कल है। लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय और टोगो के माननीय राष्ट्रपति के हस्तक्षेप से न्याय की जीत हुई। गौरतलब है कि उन्हें उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वह समुद्री लूट के बारे में अपनी शिकायत दर्ज कराने गए थे। जेम्स के नवजात शिशु विवान की आंत में गैंगरेन होने के चलते 2 दिसंबर को मौत हो गई थी। उसके परिवार के लोगों ने शिशु के शव को मुर्दाघर में रखा था और वे बच्चे की अंत्येष्टि के लिए धैर्य के साथ उसका इंतजार कर रहे थे ताकि वह अपनी इकलौती औलाद को आखिरी बार देख सके।
First Published: Friday, December 20, 2013, 17:55