Last Updated: Saturday, October 12, 2013, 20:09

नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश को विभाजित करने के विरोध में किये जा रहे अनशन के छठे दिन अस्पताल में भर्ती तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की शनिवार को तबीयत बिगड़ जाने के बाद उन्हें जबरदस्ती इंटरावेनस तरल पदार्थ दिये गये।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. एच के कार ने बताया, ‘‘हमें उनकी तबीयत को और बिगड़ने से बचाने के लिए शाम करीब तीन बजे इंटरावेनस ड्रिप देने को मजबूर होना पड़ा। उन्हें प्रति मिनट 10..15 बूंदें दी जा रही है जिन्हें दो घंटे बाद धीरे धीरे बढ़ाया जा सकता है ताकि उनकी जल स्तर की स्थिति सुधर सके।’’
कार ने कहा कि चिकित्सकों के एक दल ने नायडू को इंटरावेनस ड्रिप देने के लिए मनाया था लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या तेदेपा प्रमुख ने अपना अनशन तोड़ दिया है, चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि नायडू की स्थिति क्लीनिकल आधार पर स्थिर है हालांकि रक्त मानक स्थिति में गिरावट दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नायडू पानी के अलावा कुछ भी नहीं ले रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘इंट्रावेनस के जरिये हम इंजेक्शन दे रहे हैं। हमें उम्मीद है कि वह जल्द ही अपना अनशन तोड़ेंगे।’’
एक सवाल के जवाब में कार ने कहा कि नायडू का आज अस्पताल में उपचार किया जाना चाहिए। 63 वर्षीय नायडू को छोड़े जाने के बारे में कार ने कहा, ‘‘उन्हें कम से कम आज अस्पताल में रहना होगा। हम कल के बारे में देखेंगे।’’ इससे पहले चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि उनका यकृत, गुर्दे एवं हृदय असमान रूप से काम कर रहा है।
तेलंगाना गठन के खिलाफ अनशन के पांचवें दिन तेदेपा प्रमुख को पुलिस ने कल यहां भारी हंगामे एवं अफरा तफरी के बीच आंध्र प्रदेश भवन से जबरदस्ती हटा दिया गया। उन्हें कल शाम चार बजकर 40 मिनट पर आरएमएल अस्पताल भर्ती कराया गया था।
आंध प्रदेश के विभाजन के खिलाफ एवं सभी के लिए न्याय की मांग पर नायडू गत सोमवार से अनशन बैठे थे।
राममनोहर लोहिया अस्पताल में एक कार्डियोलाजिस्ट, दो फिजीशियन एवं चार रेजीडेंट डाक्टरों का एक दल 63 वर्षीय नायडू की स्थिति पर नजर रख रहा है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 12, 2013, 17:09