Last Updated: Monday, December 23, 2013, 18:42
नई दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्योगपतियों को बिहार में सुरक्षा और सम्मान देने का आश्वासन देते हुये उन्हें राज्य में ढांचागत सुविधाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिये आमंत्रित किया। वाणिज्य एवं उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा आज यहां आयोजित कार्यक्रम ‘बिहार कल आज और कल’ में नीतीश ने कहा ‘आप बिहार में आइये निवेश कीजिये, आप वहां सुरक्षित महसूस करेंगे, राज्य सरकार आपका पूरा सम्मान करेगी।’
नीतीश ने चुटकी लेते हुये कहा ‘आप वहां केवल अपने व्यवसायिक कार्यों में ही धन लगायें, कहीं और देने की जरूरत नहीं है, बिहार की प्रगति में भागीदार बनें।’मुख्यमंत्री ने एसोचैम के अध्यक्ष राणा कपूर, पूर्व अध्यक्ष राजकुमार धूत तथा कई अन्य उद्योगपतियों की उपस्थिति में कहा ‘राज्य में सड़कों का तेजी से विकास हो रहा है। राज्य सरकार सार्वजनिक निजी भागीदारी पर पुलों का निर्माण कर रही है। सत्ता संभालने के बाद हमने राज्य में छोटे बड़े 12,000 पुल बनाये हैं।’उन्होंने कहा कि बिहार में गंगा नदी पर पुल बनाया गया, पटना से 55 किलोमीटर दूर बख्तियारपुर में गंगा पर 1,600 करोड़ रुपये की लागत से चार लेन का पुल बनाया गया। पटना के साथ ही 3,600 करोड़ रुपये की लागत से एक और छह लेन का पुल बनाने की योजना है।
राज्य सरकार ने विकास में सभी को भागीदार बनाने की नीति पर चलते हुये, शिक्षा क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया।‘राज्य में कुल बजट का 24 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है। छात्राओं को साइकिल देने की योजना लागू की गई है और राज्य सरकार उन्हें दो जोड़ी ड्रेस भी दे रही है। इससे बालिकाओं को पढाई जारी रखने का प्रोत्साहन मिला है। आज 7,00,000 लड़कियां हाईस्कूल में शिक्षा पा रही हैं जबकि हमारी सरकार से पहले यह संख्या डेढ लाख के आसपास ही थी।’
नीतीश ने कहा ‘राज्य में स्थितियां पहले से बेहतर हुई हैं, नया निवेश आने लगा है। इस बैठक में भी इस तरह की चर्चा हुई है कि बिहार में 1,000 करोड़ रुपये का नया निवेश शीघ्र किया जा सकता है।’नीतीश ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में भी जल्द ही राज्य आत्मनिर्भर होगा।‘राज्य में नये विद्युत संयंत्र लगाये जा रहे हैं। कई बिजली संयंत्रों में हमने ‘कंडक्टर’ बदले हैं, उनके संचालन को सुचारू बनाया गया है। बरौनी संयंत्र का विस्तार किया जा रहा है जबकि नबीनगर में भी संयुक्त भागीदारी में विद्युत संयंत्र लगाया जा रहा है।
बिहार को ‘विशेष राज्य का दर्जा’ दिये जाने पर जोर देते हुये नीतीश ने कहा कि उद्योग संगठन एसोचैम ने भी बिहार की आर्थिक स्थिति का अध्ययन कर राज्य को विशेष दर्जा दिये जाने की मांग का समर्थन किया है। राज्य को यह दर्जा मिलने से जहां एक तरफ योजनाओं में केन्द्र का योगदान बढ़ेगा वहीं राज्य सरकार अपनी योजनाओं में ज्यादा निवेश कर सकेगी। इस अवसर पर राज्य सभा सदस्य एन.के. सिंह तथा राज्य के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 23, 2013, 18:42