Last Updated: Tuesday, March 25, 2014, 18:37
इंदौर : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने भले ही अपने समर्थकों से गुजारिश की हो कि वे ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी’ के विवादास्पद चुनावी नारे का भविष्य में इस्तेमाल न करें। लेकिन मध्यप्रदेश में इस नारे को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच भिड़ंत थमने का नाम नहीं ले रही है।
प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ‘हर.हर मोदी..’ का पिछले दो दिन से खुलकर समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने 23 मार्च को यहां भाजपा कार्यालय में बुलाये गये संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी’ का नारा अब सबकी जुबान पर चढ़ गया है। अगर इस नारे से किसी की धार्मिक भावना को ठेस लगती है, तो लगती रहे।’ वरिष्ठ भाजपा नेता ने सोशल मीडिया पर भी इस विवादास्पद चुनावी नारे का बचाव किया। उन्होंने कल 24 मार्च को अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, ‘यह (हर-हर मोदी..) भाजपा के उत्साही कार्यकर्ताओं द्वारा दिया गया नारा है, जो देश भर में लोकप्रिय हो गया है। यद्यपि यह भाजपा का आधिकारिक नारा नहीं है। फिर भी इसे सियासी मुद्दा बनाने की कोशिश की गयी।’
विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘जब अटलजी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा कहा था, तब धर्म के ठेकेदार कहां थे। जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी को पोस्टरों में दुर्गा के रूप में दिखाया, तब दिग्विजय सिंह क्यों चुप रहे।’ उधर, कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह ‘हर.हर मोदी, घर.घर मोदी’ का सार्वजनिक रूप से समर्थन करने वाले काबीना मंत्री के खिलाफ उचित कदम उठाये।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ‘भाषा’ से कहा, ‘विजयवर्गीय ने यह कहकर चुनावी आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है कि ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी’ के नारे से किसी की धार्मिक भावना को ठेस लगती है, तो लगती रहे। चुनाव आयोग को उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिये।’
सलूजा ने विजयवर्गीय के इस बयान की भी आलोचना की कि जब अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा कहा था, तब धर्म के ठेकेदार कहां थे। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘विजयवर्गीय का सियासी कद इतना बड़ा नहीं है कि वह वाजपेयी और इंदिरा पर टिप्पणी कर सकें। वह (विजयवर्गीय) सुखिर्यों में आने के लिये इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 25, 2014, 18:37