Last Updated: Saturday, October 19, 2013, 19:04

कानपुर : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां उत्तरप्रदेश की जनता से कहा कि वह धर्मनिरपेक्षता के नाम पर ‘विध्वंसक राजनीति’ खेल रही कांग्रेस, सपा और बसपा की ‘तिगड़ी’ को सत्ता से उखाड़ फेंके और वोट बैंक की राजनीति को सदा के लिए ‘दफना’ दे।
पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उत्तप्रदेश में पहली चुनावी सभा कर रहे मोदी ने अपने भाषण में हालांकि राम मंदिर मुद्दे का जिक्र नहीं किया। केन्द्र की सत्ता में आने के लिए भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से आधे पर जीत का लक्ष्य तय किया है।
मोदी ने यहां विशाल जनसभा के अपने संबोधन में कहा, ‘‘सरकार का केवल एक धर्म होता है और वह है देश पहले, भारत पहले। इसका केवल एक धर्म ग्रंथ होता है, वह है संविधान। उसकी केवल एक भक्ति होती है, वह है देशभक्ति।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा की एक ही शक्ति है, वह है देश की सवा अरब जनता की शक्ति और एक ही कौशल है, वह है सबको साथ लेकर चलना, सबका विकास।
उन्होंने ‘‘मोदी-मोदी’’ के श्रोताओं के नारों के बीच कांग्रेस द्वारा उन्हें धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे पर निशाना बनाए जाने का उल्लेख करते हुए कहा, कांग्रेस के पास चुनाव जीतने का सिर्फ एक मंत्र, एक जड़ी बूटी और एक दवा है और वह है वोट बैंक।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा, ‘‘वोट बैंक की राजनीति बहुत हो चुकी। इसमें 60 साल बर्बाद हो चुके हैं। पीढ़ियां खत्म हो गई इसमें। अब वोट बैंक की राजनीति को हमें सदा के लिए दफनाना होगा और विकास की राजनीति पर चलना होगा। इस चुनाव में हम विकास के मुद्दे पर आपका समर्थन चाहते हैं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि देश की भलाई के हिन्दू अच्छा हिन्दू हो, मुसलमान अच्छा मुसलमान हो, ईसाई अच्छा ईसाई हो, सिख अच्छा सिख हो और बौद्ध अच्छा बौद्ध हो। हम सब मिल कर भारत माता के लिए अच्छा काम करें, यह हमारी सोच है।’’
केन्द्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दे रही उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा और मुख्य विपक्षी दल बसपा को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ये ऐसी तिकड़ी है जिसने गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम को ग्रहण लगा दिया है।’’ उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश अपने पुराने गौरव को पाने के लिए इस ग्रहण से मुक्ति चाहता है।
भाजपा नेता ने कहा कि साथ ही उत्तरप्रदेश की जनता को दिल्ली से इस ‘तिकड़ी’ को उखाड़ फेंकने की अगुवाई करनी चाहिए। उन्होंने उत्तरप्रदेश की कभी सबसे अग्रणी औद्योगिक नगरी रही कानपुर की खस्ता हालत पर कहा, ‘दिल्ली में कोयले की राख कानपुर पर छा गई है। कानपुर पर प्रदूषण दिल्ली के कोयले की राख का है।’
2014 के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उसमें कांग्रेस से देश की जनता पाई-पाई का हिसाब लेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने कुशासन, भ्रष्टाचार, मंहगाई आदि का हिसाब नहीं दे रही है। इसकी बजाय वह यह पूछ रही है कि गुजरात में क्या हुआ, मोदी ने क्या किया? उन्होंने कहा कि अपने बारे में वह 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता को हिसाब दे चुके हैं और ‘गुजरात की जनता ने मुझे डिस्टिंक्शन के साथ पास किया है।’
मोदी ने कहा कि उत्तरप्रदेश की सरकार वोट बैंक की राजनीति जारी रखे हुए है और इसके चलते ‘‘प्रदेश में पिछले एक साल में 5,000 से अधिक मासूम लोग मारे गए। लेकिन वह वोट बैंक का खेल जारी रखे हुए है।’’
प्रदेश की सपा सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि इसी वोट बैंक की राजनीति के चलते वह उन लोगों को रिहा करने का प्रयास कर रही है जो आतंकी गतिविधियों के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वे देश की सुरक्षा से खेल रहे हैं। हम उन्हें वोट बैंक की राजनीति की खातिर उत्तरप्रदेश या देश को नष्ट नहीं करने देंगे।’’ कांग्रेस पर प्रहार करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि भाइयों को बांटने की विध्वंसक राजनीति खेलना कांग्रेस के डीएनए और उसके खून में है। यह खेल उसने अंग्रेजों से सीखा है।
भाजपा नेता ने कांग्रेस, सपा और बसपा पर प्रहार जारी रखते हुए कहा कि इन दलों ने झूठे वायदे करने और जनता को मूर्ख बनाने में महारत हासिल कर रखी है।
सपा और बसपा पर उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए वे केन्द्र में कांग्रेस का साथ दे रही हैं। कोयला घोटाले के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को खींचते हुए उन्होंने कहा कि एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले में अगर वह अभियुक्त हैं तो प्रधानमंत्री को ‘अभियुक्त नंबर एक होना चाहिए।’
जनता से उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री के संबंध में क्या इससे पहले उन्होंने इस तरह के शब्दों का प्रयोग देखा है। प्रधानमंत्री और सरकार पर प्रहार जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि कोयला फाइलें खो गई हैं। दिल्ली में तो पूरी सरकार खो गई है। फाइलें ही नहीं हमारी पूरी लाइफ खो गई है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को घेरते हुए मोदी ने कहा कि इन दोनों का अंहकार उन्हें मंहगाई को काबू पाने में उनकी सरकार की असफलता को स्वीकार करने से रोकता है।
गरीबी और भ्रष्टाचार पर केन्द्र की यूपीए सरकार को घेरते हुये मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग गरीबी का मतलब नहीं जानते जबकि वह (मोदी) अच्छी तरह से जानते हैं कि गरीबी और भूख क्या होती है क्योंकि वह एक गरीब घर में पैदा हुए। मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस के ‘शहजादे’ और अन्य नेता मुंह में सोने का चम्मच लेकर पैदा हुये इसलिए गरीबी का मतलब नहीं जानते जबकि मैं गरीब घर में पैदा हुया हूं इस लिये मुझे अच्छी तरह मालूम है कि गरीबी और भूख क्या होती है।’’
उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ सपा, मुख्य विपक्षी दल बसपा और कांग्रेस को ‘तिकड़ी’ बताते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का यह आलम है कि यहां एक साल में 5000 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई, लेकिन राज्य सरकार अपनी वोट बैंक की राजनीति में लगी है। देश को आठ आठ प्रधानमंत्री देने वाले राज्य का विकास नहीं हो रहा है और यहां के लोग रोजगार के लिये गुजरात की तरफ भाग रहे हैं।
मोदी ने ‘विजय शंखनाद रैली’ में पुरजोर तरीके से कहा कि 1857 में अंग्रेजों’ के खिलाफ आवाज कानपुर शहर से ही उठी थी और आज कांग्रेस से देश को मुक्त करने के इस आंदोलन की शुरुआत भी यहीं से हो रही है। उन्होंने कहा कि तब स्वराज की लड़ाई थी और आज सुराज की लड़ाई है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 19, 2013, 19:04