साई के सहयोगियों को दबोचने के लिए वडोदरा आश्रम पर छापेमारी

साई के सहयोगियों को दबोचने के लिए वडोदरा आश्रम पर छापेमारी

वडोदरा : पुलिस ने बिल गांव में आसाराम के आश्रम पर रविवार को छापेमारी की। यौन उत्पीड़न मामले में वांछित आसाराम के बेटे के कुछ सहयोगियों के वहां छिपे होने के संदेह में छापेमारी की गई।

सूत्रों ने कहा कि नारायण के सहयोगी आश्रम में नहीं मिले। सूरत और वडोदरा पुलिस की संयुक्त टीम ने संभवत: नारायण साईं के सहयोगी धर्मेन्द्र पेरियार उर्फ धर्मेश (28) की निशानदेही पर छापेमारी की। धर्मेश को शुक्रवार को दिल्ली के राजेन्द्र नगर से गिरफ्तार किया गया था।

सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण पर अहमदाबाद और सूरत के आश्रम में लगातार यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए थे।

सूरत की पुलिस ने हाल में दो शिकायतें दर्ज की थीं एक आसाराम के खिलाफ और दूसरा उनके बेटे नारायण के खिलाफ। उनके खिलाफ बलात्कार, यौन उत्पीड़न, अवैध रूप से बंधक बनाने और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया।

बड़ी बहन ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने अहमदाबाद के आश्रम में 1997 से 2006 के बीच रहने के दौरान लगातार यौन उत्पीड़न किया। आसाराम के खिलाफ मामले को चांदखेड़ा थाने में स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि घटना वहीं हुई।

छोटी बहन ने अपने आरोप में कहा कि नारायण ने 2002 से 2005 के बीच सूरत आश्रम में रहने के दौरान लगातार यौन उत्पीड़न किया। आसाराम (72) पर अपने जोधपुर आश्रम में एक नाबालिग भक्त से बलात्कार करने का मामला दर्ज है और नये आरोप में जांच के लिए अहमदाबाद लाने से पहले उन्हें जोधपुर में जेल में रखा गया था।

सूत्रों के मुताबिक नारायण अपना सिम कार्ड और मोबाइल फोन लगातार बदल रहा है और अभी तक 17 सिम कार्ड और मोबाइल फोन बदल चुका है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, October 20, 2013, 21:06

comments powered by Disqus