Last Updated: Monday, November 11, 2013, 19:50
ज़ी मीडिया ब्यूरोसूरत : यौन उत्पीड़न के आरोप में काफी दिनों से फरार चल रहे कथावाचक आसाराम के पुत्र नारायण साई को अदालत ने बुधवार को भगोड़ा घोषित कर दिया। सूरत की एक कोर्ट ने नारायण साई को भगोड़ा घोषित किया।
नारायण साई की तलाश कर रही गुजरात पुलिस पहले ही उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस और सर्च वारंट जारी कर चुकी है। गुजरात पुलिस ने नारायण साईं की तलाश में कई राज्यों में छापे मार चुकी है लेकिन उसे कहीं भी कामयाबी नहीं मिल पाई है। पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहे नारायण साई कहां हैं, इस बारे में पुलिस के पास अभी कोई पुख्ता सूचना नहीं है।
सूरत पुलिस ने जांच के लिए पेश न होने पर सोमवार को सूरत कोर्ट में नारायण साई को भगोड़ा घोषित करने के लिए याचिका दायर की थी। अदालत ने सूरत पुलिस की अर्जी स्वीकार करते हुए साई को भगोड़ा घोषित कर दिया।
आसाराम और नारायण साई पर सूरत की रहने वाली दो बहनों ने बलात्कार का आरोप लगाया है। बड़ी बहन ने आरोप लगाया है कि आसाराम ने 1997 से लेकर 2006 तक वह आश्रम में रही, जहां पर कई बार उसका यौन शोषण किया। छोटी बहन ने आसाराम के बेटे साई के खिलाफ इसी तरह का आरोप लगाया है।
छोटी बहन का कहना है कि जब वह सूरत आश्रम में थी, तब 2002 और 2005 के बीच उसका यौन शोषण किया गया। दोनों बहनों ने आसाराम की पत्नी और बेटी पर भी संगीन आरोप लगाए हैं। दोनों बहनों के आरोपों के बाद आसाराम और नारायण साई के खिलाफ रेप, यौन शोषण और गैरकानूनी रूप से बंधक बनाने समेत कई आरोप लगे हैं।
First Published: Monday, November 11, 2013, 19:50