Last Updated: Friday, May 30, 2014, 17:57

बदायूं/आजमगढ़ : बदायूं में दो दलित बहनों के सामूहिक बलात्कार के मुद्दे पर मचे बवाल के बीच शुक्रवार को दो पुलिस कांस्टेबलों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया जबकि एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला सुखिर्यों में आने के बाद आजमगढ़ में भी चार लोगों ने कथित तौर पर एक दलित किशोरी से सामूहिक बलात्कार किया।
इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने दोषियों को सजा दिलाने के लिए एक त्वरित अदालत के गठन का ऐलान किया है। दिल्ली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह को अधिकारियों ने मंगलवार को हुई इस वीभत्स घटना के बारे में बताया। इस घटना में बदायूं जिले की दो किशोरियों से बलात्कार के बाद उनके शव को एक पेड़ से लटका दिया गया था।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री को बताया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने यह कहते हुए गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी है कि इस जघन्य अपराध में शामिल कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और सभी दोषियों को सजा दी जाएगी। पुलिस अधीक्षक अतुल कुमार सक्सेना ने कहा कि छत्रपाल यादव और सर्वेश यादव नाम के दो कांस्टेबलों को सेवा से बर्ख्रास्त कर दिया गया है।
सक्सेना ने कहा, ‘‘पुलिस ने अवधेश यादव नाम के एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया है।’’ मामले में वांछित सात लोगों में से तीन (पुलिसकर्मी सर्वेश यादव और पप्पू एवं अवधेश यादव नाम के भाई) को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 30, 2014, 17:57