Last Updated: Tuesday, October 8, 2013, 21:34
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश में कर्मचारियों की अनिश्चतकालीन हड़ताल को समाप्त करने के लिए मंगलवार को विद्युत कर्मचारियों की संयुक्त कार्य समिति (जेएसी) और आंध्र प्रदेश सरकार के बीच बातचीत बेनतीजा रही। हालांकि मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी गतिरोध को समाप्त करने के मकसद से आज रात बार फिर जेएसी के नेताओं से बातचीत करेंगे।
मुख्यमंत्री के शिविर कार्यालय से बाहर निकलने के बाद जेएसी के अध्यक्ष साइबाबू ने संवाददाताओं से कहा कि विभिन्न मुद्दों पर स्पष्टता नहीं है। हम शाम को बातचीत के लिए फिर आएंगे। आंध्र प्रदेश विद्युत उत्पादन निगम, आंध्र प्रदेश विद्युत पारेषण निगम, आंध्र प्रदेश दक्षिण विद्युत वितरण कंपनी और आंध्र प्रदेश पूर्वी विद्युत वितरण कंपनी के 30,000 से अधिक कर्मचारियों ने कल बेमियादी हड़ताल शुरू की और अलग तेलंगाना राज्य बनाने के लिए आंध्र प्रदेश को बांटने के केंद्र के कदम को तत्काल वापस लेने की मांग की।
हड़ताल के चलते तटीय आंध्र और रायलसीमा के जिलों में बिजली का संकट गहरा गया है। हैदराबाद शहर में बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। बिजली की कटौती के कारण सबसे ज्यादा असर ट्रेन सेवाओं पर पड़ा है और पूर्वी सीमांत रेलवे को ट्रेनों को या तो निरस्त करना पड़ा है या उनका समय बदलना पड़ा है। दक्षिण मध्य रेलवे ने किसी ट्रेन को निरस्त करने की घोषणा नहीं की है। हालांकि अनेक ट्रेनें देरी से चल रहीं हैं।
बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से दक्षिणी ग्रिड पर असर पड़ने के खतरे के मद्देनजर आंध्र प्रदेश सरकार ने हड़ताल को समाप्त करने के मकसद से बातचीत के लिए जेएसी के नेताओं को आमंत्रित किया। जेएसी ने सरकार से स्पष्ट आश्वासन देने की मांग की है कि आंध्र प्रदेश को अविभाजित रखा जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 8, 2013, 21:34