Last Updated: Monday, March 3, 2014, 14:58
कानपुर: सपा विधायक और जूनियर डॉक्टरों के बीच संघर्ष और फिर हुए पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में मेडिकल कॉलेज समेत सभी निजी अस्पतालों के डाक्टरों की हड़ताल लगातार तीसरे दिन भी जारी है। मेडिकल कॉलेज के सभी 300 मेडिकल शिक्षकों ने आज प्रदेश सरकार के डीजी को अपना सामूहिक इस्तीफा भेज दिया। यह घटना गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज कानपुर में हुई। संस्थान की मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ आरती लाल चंदानी ने बताया कि मेडिकल कालेज के 300 डाक्टर शिक्षकों ने आज अपने इस्तीफे चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ के के गुप्ता के लखनउ स्थित कार्यालय को फैक्स कर दिये। उन्होंने कहा कि यह सामूहिक इस्तीफा जूनियर डाक्टरों की पिटाई और उन्हें जेल भेजने के कारण स्वेच्छा से दिया गया है।
चंदानी का दावा है कि उत्तर प्रदेश के समस्त मेडिकल कालेजों के डॉक्टर हड़ताल में शमिल हैं और नर्सों, फार्मेसिस्टों तथा दवा विक्रेताओं भी हड़ताल पर हैं। उनके अनुसार, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखकर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया और उनसे मिलने का समय मांगा गया है। कानपुर पुलिस के एस पी गौरव सिंह ने बताया कि 28 फरवरी को पथराव करने वाले गिरफतार सभी 24 जूनियर डाक्टरों को कल सुबह ही जेल भेज दिया गया था। मेडिकल कालेज के आसपास पुलिस बल तैनात है तथा कोई भी अप्रिय घटना की फिलहाल कोई खबर नहीं है।
हड़ताल कर रहे डाक्टरों के समर्थन में आम आदमी पार्टी भी आ गयी है। कानपुर आये ‘आप’ के नेताओं कुमार विश्वास और संजय सिंह ने कल रात डाक्टरों की हड़ताल का समर्थन करते हुये कहा है कि पार्टी डॉक्टरों के साथ है और वह इनके समर्थन में आंदोलन भी करेगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 3, 2014, 14:58