Last Updated: Thursday, February 27, 2014, 19:58
नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना आयोग ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया है कि वह उन वर्णांध (कलर ब्लाइंड) डीटीसी चालकों के मुद्दे पर तत्काल व्यापक जांच करे जिन्हें यहां बसों के संचालन के लिए फिट घोषित कर दिया गया है। यह मामला चालकों को उनकी नियुक्ति के समय दिए गए फिटनेस प्रमाण पत्र से संबंधित है।
दिल्ली परिवहन निगम द्वारा सूचना आयुक्त एम श्रीधर आचार्युलू के समक्ष पेश फाइल में एक आई सेंटर द्वारा बस चालकों को फिट घोषित करने में गंभीर अनियमितता का खुलासा किया गया है। आचार्युलू ने अपने आदेश में कहा, ‘डीटीसी मेडिकल बोर्ड ने 99 उम्मीदवारों में से 91 को चिकित्सीय रूप से अनफिट घोषित किया गया। बाद में उन्हें गुर नानक आई सेंटर ने फिट घोषित कर दिया। जब दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एक स्वतंत्र मेडिकल बोर्ड गठित किया तो 91 उम्मीदवार फिर उपयुक्त नहीं पाये गए।’
उन्होंने कहा कि 11 सितंबर 2013 को डीटीसी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ने राजीव वर्मा ने दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव एससीएल दास को पत्र लिखा था जिसमें उन दोषी लोगों की जवाबदेही तय करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की गई थी जिनकी वजह से निगम में अनफिट चिकित्सकों की नियुक्ति की गई। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 27, 2014, 19:58