Last Updated: Wednesday, January 22, 2014, 13:07
पोर्ट ब्लेयर : अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में दूरस्थ पहाड़ियों से 8 जारवा लड़कियों को मुक्त कराया गया है। अंडमान के पुलिस अधीक्षक चिन्मय बिस्वाल ने बुधवार को यहां बताया कि कुछ आदमियों ने पिछले सप्ताह जारवा आरक्षित क्षेत्र (जारवा रिजर्व जोन) से इन लड़कियों का अपहरण कर लिया था। इस सिलसिले में सात अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
जारवा जनजाति के कल्याण के प्रयासों में जुटे निकाय अंडमान आदिम जनजाति विकास समिति (एएजेवीएस) और जारवा आरक्षित क्षेत्र के उत्तरी द्वीप हीरेन टिकरे की पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को पकड़ा।
एएजेवीएस और पुलिस दल को 16 जनवरी को आरक्षित क्षेत्र में गश्त के दौरान पता चला कि कुछ लोग तिरूर आए थे और जारवा लड़कियों को अपने साथ ले गए। दक्षिण अंडमान के तिरूर से ही जारवा आरक्षित क्षेत्र शुरू होता है। सूचना मिलने पर एएजेवीएस और पुलिस दल ने अभियान चलाया और हीरेन टिकरे इलाके में 4 जारवा लड़कियों तथा अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया। गश्ती दल 17 जनवरी को द्वीप के दूसरे हिस्से में गया जहां से शेष अपहरणकर्ता भी पकड़े गए। गश्ती दल के साथ गए जारवा लोगों ने अपहरणकर्ताओं की पिटाई की किन्तु उन्हें समझाया गया।
इस बीच, एक जारवा व्यक्ति ने अपनी बेटी का नाम ले कर आवाज दी। उसकी आवाज सुन कर चार जारवा लड़कियां पहाड़ियों से निकल आईं। सभी लड़कियों को उनके समुदाय के लोगों के साथ भेज दिया गया। आदिवासी कल्याण अधिकारी की शिकायत के आधार पर दो मामले दर्ज किए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 22, 2014, 13:07