Last Updated: Monday, April 14, 2014, 18:52
अमृतसर : यहां स्थित स्वर्ण मंदिर सहित पंजाब के सभी भागों में सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्वालुओं ने गुरूद्वारों में जाकर अरदास की और पूरे जोश और उत्साह से बैसाखी का पर्व मनाया।
सिखों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह द्वारा बैसाखी के दिन 13 अप्रैल 1699 को खालसा पंथ की स्थापना किए जाने के अवसर पर मनाया जाता है। इस पर्व का संबंध उत्तरी भारत में गेहूं की कटाई की शुरूआत से भी है।
श्रद्धालुओं ने पंजाब के स्वर्ण मंदिर के अलावा तलवंडी साहब, आनंदपुर साहब, मुक्तसर, फतेहगढ़ साहब और नडढा साहब (पंचकूला) और हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भी गुरूद्वारों में अरदास की। कई श्रद्धालुओं ने तालाबों में पवित्र डुबकी लगाई। जबकि कई जगहों पर अखंड पाठ, कीर्तन और कथा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लंगर का भी आयोजन किया गया। स्वर्ण मंदिर में श्रद्वालुओं की भारी भीड़ होने की बात को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने मिलकर सुरक्षा का प्रबंध किया था। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 14, 2014, 18:52