लोस चुनाव में सपा-भाजपा के बीच होगी लड़ाई : मुलायम

लोस चुनाव में सपा-भाजपा के बीच होगी लड़ाई : मुलायम

लोस चुनाव में सपा-भाजपा के बीच होगी लड़ाई : मुलायमगोरखपुर : प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सिर्फ सपा और भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: के बीच ही मुख्य मुकाबला होगा।

यादव ने यहां सपा की ‘देश बचाओ, देश बनाओ’ रैली में कहा ‘‘बसपा कहती है कि उत्तर प्रदेश की सपा सरकार बर्ख्रास्त करो। उसकी (बसपा) तो कहीं चर्चा ही नहीं हो रही है। जान लो....चुनाव में लड़ाई होगी तो सिर्फ सपा और भाजपा के बीच। साम्प्रदायिक ताकतों से अगर कोई मजबूती से लड़ा है तो सपा ही है। सपा ने चुनाव मैदान में भी यह लड़ाई लड़ी है।’

सपा प्रमुख ने बताया कि विरोधी दल सपा की लोकप्रियता से डरे हुए हैं, इसीलिए वे तरह-तरह से उस पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने कहा ‘कितने तरीकों से हम पर हमला हो रहा है। हमें हमलों की परवाह नहीं है। हमारे साथी जानते हैं कि पहले भी हम पर कितने हमले हुए हैं... लेकिन जनता ने हमारा साथ दिया है।’

उन्होंने कहा कि सपा को मजबूत करने का ऐसा मौका फिर नहीं मिलेगा। ऐसा पहली बार है जब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा को बहुमत नहीं होगा। तीसरे मोर्चे को बहुमत मिलेगा और उसमें सबसे बड़ा घटक सपा होगी। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। अगर सपा 50 भी जीत ले तो भी वह बहुत मजबूत हो जाएगी क्योंकि इतनी सीटें किसी अन्य राज्य में नहीं हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी सम्प्रदाय के आधार पर देश को बांटना चाहती है जो सपा के रहते कभी सम्भव नहीं होगा। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस तरह विकास का झूठा माडल पेश करके लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, उसका जवाब उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में जरूर मिल जाएगा।

उन्होंने मोदी की रैलियों में होने वाले खर्च पर भी सवाल उठाते हुए कहा ‘मोदी साहब की सभा में करोड़ों रुपए खर्च होते हैं.... यह सभा कितने की है।’ विकास की दौड़ में पिछड़े पूर्वांचल की नब्ज पर हाथ रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिये सिर्फ सपा ने ही सोचा है।

उन्होंने कहा ‘पूर्वाचल को विशेष सुविधा दी जानी चाहिए। बजट के अलावा पूर्वाचल निधि का प्रावधान किसी ने किया, तो सपा ने ही किया क्योंकि हम जानते थे कि पूर्वांचल बहुत पिछड़ा है।’’ यादव ने कहा कि अंग्रेजों की सरकार ने एक सर्वेक्षण कराया था जिसकी रिपोर्ट में उन्होंने बस्ती जिले की जमीन को सबसे ज्यादा उपजाऊ बताया था लेकिन सबसे ज्यादा गरीब जिला भी बस्ती ही है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पिछली सरकारों ने उसका ख्याल नहीं रखा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, February 15, 2014, 17:58

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