Last Updated: Monday, December 30, 2013, 23:38
ज़ी मीडिया ब्यूरोगोरखपुर : पिपराइच थाना क्षेत्र में खून से सनी मिली लड़की के मामले में पुलिस के ढुलमुल रवैये के खिलाफ एआईएसएफ के तत्वावधान में छात्र-छात्राओं ने सोमवार को चेतना तिराहे पर धरना-प्रदर्शन किया। लड़की के खिलाफ सामूहिक बलात्कार की आशंका जताई जा रही है। पीड़िता गत शुक्रवार को विक्षिप्त अवस्था में बेला, अगया मार्ग पर एक खेत में खून से लथफथ अवस्था में मिली थी।
प्रदर्शन के दौरान एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य उत्कर्ष त्रिपाठी ने मामले में पुलिसिया जांच पर असंतोष जताया। उत्कर्ष त्रिपाठी ने जस्टिस वर्मा समिति की रिपोर्ट लागू करने की मांग की और स्थानीय पुलिस पर मामले की जांच में ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाया। जबकि एआईएसएफ दिल्ली के सदस्य सत्यम सिंह ने पीड़िता की समुचित चिकित्सा व्यव्स्था किए जाने की मांग की।
गौरतलब है कि गत शुक्रवार को लोगों ने पिपराइच थाना क्षेत्र के बेला, अगया मार्ग पर एक खेत में खून से लथपथ एक लड़की को देखा। बताया जा रहा है कि करीब बीस वर्षीय उस लड़की के शरीर पर चोट के निशान हैं। लोगों को वह अर्ध विक्षिप्त हालत में मिली। परिस्थितियां सामूहिक दुष्कर्म की ओर इशारा कर रहीं थीं। लड़की के मेडिकल रिपोर्ट का अभी इंतजार है। स्थानीय पुलिस के मुताबिक लड़की बाहर की लग रही है। पुलिस का कहना है कि लड़की के परिजन की शिकायत पर मामला दर्ज किया जाएगा। आशंका है कि गैंगरेप के बाद लड़की को खेत में फेंक दिया गया। हालांकि पुलिस कह रही है कि ठंड लगने से लड़की अचेत हो गई और वह मानसिक रूप से कमजोर है।
एआईएसएफ के तत्वावधान में हुए इस धरना-प्रदर्शन का समर्थन अखिल भारतीय महिला एवं नवजवान सभा और प्रगतिशील लेखक संघ ने किया है। धरना-प्रदर्शन में अविनाश, उत्तम, योगेंद्र प्रताप, सिद्धिदात्री सिंह, रिद्धिदात्री सिंह, वैष्णवी, श्रेयस आदि ने भाग लिया।
First Published: Monday, December 30, 2013, 21:11