Last Updated: Friday, April 18, 2014, 17:52
नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को गुड फ्राइडे प्रार्थनाओं और उपवास के साथ मनाया गया। गुड फ्राइडे ईसा मसीह के सूली पर चढ़ने के दिन की याद में मनाया जाता है।
ईसाइयों ने व्रत रख और चर्च में प्रार्थना कर दिन की शुरुआत की। कुछ लोगों ने परंपरा निभाते हुए लेंट सत्र के दौरान गुड फ्राइडे से लगभग 40 दिन पहले से उपवास रखा हुआ था। दिल्ली कैथोलिक चर्च के प्रवक्ता फादर डोमिनिक इमेनुएल ने बताया कि यह दिन मानवता के उद्धार के लिए ईसा मसीह के सूली पर चढ़ने के दिन की याद दिलाता है। भगवान होने के बावजूद वह मानवता का सबसे उत्तम उदाहरण हैं।
एक खेल विपणन कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक वेंडी रोजेरियो के लिए यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ईसा मसीह के बलिदान का प्रतीक है। रोजेरियो ने बताया कि लोग 40 दिनों के लिए शराब और मांसाहारी भोजन छोड़ देते हैं। आज हम पूरे दिन उपवास करते हैं और शाम की सामूहिक प्रार्थना में शामिल होने के बाद ही उपवास तोड़ते हैं। उन्होंने बताया कि हम सामूहिक प्रार्थना में जाते हैं जहां से यीशु की यात्रा फिर से शुरू हुई थी। फादर इमैनुएल ने बताया कि इस दिन लोग चर्च जाते हैं और यीशु के सभी प्रयत्न याद करने के साथ उनके सूली पर चढ़ने के दिन को याद करते हैं।
ईसाई समुदाय रविवार को ईस्टर यानी प्रभु यीशु के फिर से जी उठने का त्योहार मनाएगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 18, 2014, 17:52