राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार सादगी की राह पर

राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार सादगी की राह पर

जयपुर : राजस्थान विधान सभा चुनाव में दो सौ में से 163 सीटों पर ऐतिहासिक जीत के साथ सत्ता पर आसीन वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार ने आम आदमी की तर्ज पर चलते हुए साठ दिन की कार्ययोजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया है।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सरकारी वाहन के बजाए अपना निजी वाहन उपयोग में लेने, काफिले में से आधे से अधिक वाहन हटाने, सडक यात्रा के दौरान यातायात नहीं रोकने, यातायात नियमों का सख्ती से पालन करने, नियमित हवाई उडान से यात्रा करने और मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के बजाए छोटे आवास में रहने का फैसला कर मंत्रिमंडल के सदस्यों और प्रशासनिक बेडे को आम आदमी की तरह व्यवहार करने के संकेत दे दिए थे।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री के लिए तय सुरक्षा बेडे में से आधे से अधिक कर्मियों को हटा दिया है तथा विधायकों को दी गई सुरक्षाकर्मी की सुविधा वापस ले ली है। मुख्यमंत्री के इन निर्णयों के बाद मंत्रियों को सरकारी खर्च में कमी करने के निर्देश दिए गये हैं।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की भाजपा सरकार द्वारा सादगी के लिये उठाए गए इन कदमों पर कहा, ‘‘राजे सरकार दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार की नकल कर रही है, चुनाव से पहले जनता से किये वायदों से जनता का ध्यान हटाने के लिए यह सब कुछ किया जा रहा है। सरकार को घोषणा पत्र में किए वायदों को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए।’’ राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड ने कांग्रेस के बयान पर कहा, ‘‘हम आप सरकार की नकल नहीं कर रहे हैं, आप सरकार हमारी नकल कर रही है।’’

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अभी हाल में सम्पन्न हुई दो दिवसीय कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक कांफ्रेंस में अधिकारियों को लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने, भ्रष्टाचार में लिप्त बडी मछलियों को पकडने, हर हाल में कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा थानों में आने वाले फरियादी की एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने जिला कलेक्टरों को गांवों में रात्रि विश्राम कर समस्याओं का मौके पर निस्तारण करने की कडी हिदायत भी दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री हर विभाग को साठ दिन की कार्ययोजना तैयार कर उसका प्रस्तुतीकरण देखने के बाद आने वाले कुछ दिनों में साठ दिन की कार्ययोजना का ऐलान कर लोकसभा चुनाव में ‘‘मिशन पच्चीस’’ का शंखनाद करेंगी।

राजे मंत्रिमंडल के सदस्योंे ने भी मुख्यमंत्री द्वारा अपनाए गए सादगी के कदमों से कदमताल करते हुए अपने काफिले में पुलिस एस्कार्ट और दो से अधिक वाहन नहीं रखने, सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन पांच सितारा होटलों में नहीं करने, सरकारी कार्यक्रमों में किसी भी सामूहिक भोज का आर्थिक बोझ सरकार पर नहीं डालने, अभिनंदन और सामूहिक गोष्ठी जैसे कार्यक्रमों में कम से कम खर्च करने का फैसला किया है।

कांग्रेस प्रवक्ता सत्येन्द्र सिंह राधव ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार को सत्ता में आए एक महिने से अधिक समय हो गया है लेकिन जो वायदे कर वोट मांगे थे उन वायदों पर काम शुरू नहीं किया गया है, केवल जनता का ध्यान हटाने के लिए यह दिखावा किया जा रहा है, सरकार घोषणा पत्र में किए वायदों पर अमल करे क्योंकि जनता परिणाम चाहती है।’’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, January 12, 2014, 15:41

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