Last Updated: Tuesday, November 26, 2013, 19:39

गाजियाबाद/नई दिल्ली : आरुषि और हेमराज की हत्या के लिए राजेश और नूपुर तलवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाने के विशेष सीबीआई अदालत के फैसले को ‘गंभीर अन्याय’ बताते हुए दंपति के वकीलों ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दोनों मिथ्या अभियान के शिकार हुए हैं।
तलवार की वकील रेबेका जॉन ने कहा कि यह गंभीर अन्याय है। निश्चित तौर पर इसकी पड़ताल की जाएगी। हम इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अपील दायर करेंगे। फैसला अदालत में टिकने योग्य नहीं है। मिथ्या अभियान चलाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में सीबीआई का सर्वाधिक ‘स्तब्ध करने वाला ताकत का दुरपयोग’ देखने को मिला है। सीबीआई ने साल 2008 में नोएडा में तलवार दंपति की बेटी और घरेलू नौकर के दोहरे हत्याकांड की जांच की थी।
जॉन ने कहा कि यह (सीबीआई द्वारा) ताकत का दुरुपयोग करने का सर्वाधिक स्तब्ध करने वाला मामला है। जिस तरीके का मिथ्या अभियान (उन्होंने) चलाया है, वैसा मैंने कभी नहीं देखा है। यह स्तब्ध करने वाला है और भारत के लिए दुखद दिन है। जॉन ने कहा कि मेरा मानना है कि तलवार दंपति मिथ्या अभियान के शिकार हुए हैं और मेरा मानना है कि उन्हें इस मामले में सम्मानजनक तरीके से बरी किया जाना चाहिए और दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। इस मामले में काफी कुछ गढ़ा गया है।
गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत ने आरषि और हेमराज की हत्या के लिए तलवार दंपति को आज आजीवन कारावास की सजा सुनाई। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 26, 2013, 19:39