Last Updated: Thursday, December 19, 2013, 20:07

पटना : गुजरात के उद्योगपति हनीफ हिंगोरा के अपहृत बेटे सोहैल हिंगोरा को भले ही बिहार के छपरा से बरामद कर लिया गया हो, लेकिन इस प्रकरण में एक मंत्री का नाम आने के बाद मामला राजनीतिक हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को इस प्रकरण पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इस मामले में जिस किसी की संलिप्तता साबित होगी, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पटना में पत्रकारों से कहा कि इस पूरे मामले की जांच का निर्देश पुलिस महानिदेशक को दे दिया गया है। इससे संबंधित कई तरह की खबरें आ रही हैं, लेकिन इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे कितना ही रसूख वाला क्यों न हो।
उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर किसी के पास कोई पुख्ता जानकारी हो तो उसे सबूत के साथ सामने आना चाहिए, तभी दोषियों के खिलाफ कारवाई की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि 29 अक्टूबर को गोवा के निकट दमन से सोहैल का अपहरण कर लिया गया था और फिरौती की रकम 25 करोड़ रुपये मांगी गई थी। अपहर्ताओं ने सोहैल को अगवा कर छपरा ले आया था। दमन पुलिस ने चार दिन पूर्व सोहैल को बिहार पुलिस की मदद से छपरा से बरामद किया और इस सिलसिले में रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया था। गुजरात के उद्योगपति हिंगोरा ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे के अपहरण में बिहार के एक मंत्री का भी हाथ है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 19, 2013, 20:07