Last Updated: Saturday, November 16, 2013, 20:35
नई दिल्ली : दिल्ली में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार डॉ. हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर दिल्ली जल बोर्ड के निजीकरण और मीटरों की खरीद के नाम पर करोड़ों रूपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए।
हर्षवर्धन ने आज संवाददाताओं से कहा, ‘मुख्यमंत्री शीला दीक्षित दिल्ली जल बोर्ड की अध्यक्ष हैं। वह पानी के निजीकरण के नाम पर दिल्ली की जनता को करोड़ों रुपये की आर्थिक चोट पहुंचा रही हैं। जल बोर्ड के घोटाले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘ताजा घोटाला 4 लाख मीटरों की खरीद से जुड़ा है। यह मीटर 5070 रुपये की दर से खरीदे गए, जबकि इस मीटर की वास्तविक कीमत 995 रूपये है। इसके अलावा 600 रूपये की वास्तविक कीमत वाले एक लाख मीटर मीटर 1457 रुपये की दर से खरीदे गए। इन मीटरों के लिए 251 करोड़ रुपये अदा किए गए। इसको लेकर सीबीआई ने रिपोर्ट दर्ज की है।’ उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री को दिल्ली जल बोर्ड का अध्यक्ष पद छोड़ देना चाहिए। मुख्यमंत्री के पद से मैं उनके इस्तीफे की मांग नहीं करूंगा क्योंकि कुछ दिनों में जनता खुद उनको हटाने जा रही है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 16, 2013, 20:35