Last Updated: Wednesday, October 16, 2013, 13:51
मुम्बई : बम्बई हाईकोर्ट ने विद्युत वितरण कंपनियों और पुलिस से कहा है कि वे महाराष्ट्र में बिजली चोरी का पता लगाने के लिए विशेष दस्तों का गठन करें।
न्यायमूर्ति पीवी हरदास की अध्यक्षता वाली पीठ ने कल एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह परामर्श दिया। याचिका में आरोप लगाया गया था कि राज्य में गणेश और नवरात्रि उत्सवों के दौरान जनता मंडल बिजली चोरी कर रहे हैं। याचिका में इस अवैध चलन को रोकने का आग्रह किया गया था। अदालत को सूचित किया गया कि पूर्व में ऐसे ही एक मामले में हाईकोर्ट ने बिजली चोरी का पता लगाने के लिए विशेष दस्ते गठित करने को कहा था।
महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) ने हलफनामा दायर कर कहा था कि उसने बिजली चोरी का पता लगाने के लिए सतर्कता विभाग में 42 उड़न दस्ते बनाए हैं। इसने कहा था कि त्यौहारों के दौरान आवेदकों को अस्थाई कनेक्शन दिया गया और ऐसे में कम शुल्क वसूला जाता है। इससे बिजली चोरी को हतोत्साहित किया जाता है।
बिजली कंपनी ने कहा था कि इसने बिजली चोरी की सूचना देने के लिए एक वेबसाइट खोली थी और इसे मुख्यालय में नियमित तौर पर देखा जाता है। बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सतर्कता विभाग द्वारा मुकदमा दर्ज किया जाता है। जनहित याचिका पूर्व पत्रकार केतन तीरोदकर ने दायर की थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 16, 2013, 13:51