Last Updated: Friday, February 7, 2014, 21:10
चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज खाप पंचायतों को एनजीओ जैसे संगठनों के समान बताते हुए कहा कि ये राज्य की संस्कृति का हिस्सा हैं।
आज यहां कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए हुड्डा ने कहा, ‘खाप पंचायतें एनजीओ की तरह हैं, जैसे हमारी रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन होती हैं। ये हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं।’ वह वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के हाल के उस वक्तव्य का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने खाप पंचायतों को पुरातनपंथी बताते हुए कहा था, ‘यह भारत की संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं।’ यह पूछे जाने पर कि कारवां पत्रिका द्वारा अंबाला जेल में स्वामी असीमानंद का इंटरव्यू लिया जाना क्या कानून के अनुरूप है, हुड्डा ने कहा कि अधिकारियों ने इसके लिए जरूरी अनुमति दी होगी।
हुड्डा ने अपने जवाब में कहा, ‘जेल अधिकारियों ने (इंटरव्यू के लिए) जरूरी अनुमति दी होगी। अनुमति वकील को दी जा सकती है।’ कारवां पत्रिका का दावा है कि उसके संवाददाता ने दो वर्ष पहले मुलाकाती घंटों के दौरान अंबाला जेल के भीतर असीमानंद का इंटरव्यू लिया था। ऐसा दावा किया गया है कि स्वामी असीमानंद ने मोहन भागवत सहित आरएसएस के शीर्ष नेताओं पर उसकी आतंकी योजनाओं की जानकारी होने और उन्हें मंजूरी देने का आरोप लगाया था।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष 11 फरवरी को सोनीपत जिले के गनौर इलाके का दौरा करेंगे और विभिन्न राज्यों से यहां आने वाले किसानों के विचारों और सुझावों को आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गनौर में राहुल फूलों के एक बाजार की आधारशिला भी रखेंगे। राज्य के बजट के बारे में हुड्डा ने कहा कि राज्य सरकार 17 फरवरी से शुरू होने जा रहे विधान सभा सत्र के दौरान पूर्ण बजट पेश करेगी। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 7, 2014, 21:10