Last Updated: Monday, January 27, 2014, 22:20

रांची : झारखंड के गिरिडीह जिले में अपहृत चार लोगों को मुक्त कराने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान को विफल करने के लिए माओवादियों ने कई बम धमाके किए जिनमें सीआरपीएफ का एक कर्मी शहीद हो गया जबकि 15 अन्य घायल हो गए। लेकिन अपहृत व्यक्तियों को मुक्त करा लिया गया।
पुलिस अधीक्षक क्रांति कुमार ने कहा, ‘‘भीषण मुठभेड़ हुई और सुरक्षाकर्मियों के दबाव के कारण माओवादियों ने चार अपहृत लोगों को छोड़ दिया और वे फिर वहां से भाग गए।’’ सीआरपीएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘ धमाकों में सीआरपीएफ जवान (बादल राय) शहीद हो गए और 11 सीआरपीएफ एवं चार झारखंड जगुआर घायल हो गए। ’’ सूत्रों ने बताया कि घातक हमले में सीआरपीएफ का एक सब इंसपेक्टर अपना पैर गंवा बैठा।
अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान 13 देशी बम के धमाके हुए। तीन सौ पचास कर्मियों ने अपहृत व्यक्तियों की मुक्ति के वास्ते दबाव बनाने के लिए यह अभियान चलाया था। कुमार के अनुसार पारसनाथ की पहाड़ियों के निचले हिस्से में नवकनिया गांव में शनिवार को माओवादियों ने चार व्यक्तियों को अगवा कर लिया था। उन्होंने उनकी कार रोकी थी और ड्राइवर राजेंद्र को छोड़ दिया था। घायलों को वहां से निकालने के लिए हेलीकॉप्टर भी उपयोग में लाया गया। चार की हालत गंभीर बतायी जाती है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 27, 2014, 21:40