Last Updated: Friday, January 17, 2014, 20:06
श्रीनगर : मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े को शुक्रवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब उसके चार वरिष्ठ नेताओं ने मंच से अलग होकर एक समानांतर समूह गठित कर लिया और स्वनिर्णय के अधिकार के लिए जारी अपने संघर्ष को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता जतायी।
डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी के अध्यक्ष शब्बीर अहमद शाह ने कहा, ‘‘हम हुर्रियत कान्फ्रेंस जम्मू कश्मीर के गठन की घोषणा करते हैं जो कि वास्तविक हुर्रियत है और जम्मू कश्मीर की जनता की आकांक्षाओं की प्रतिनिधि है।’’
शाह के साथ ही नेशनल फ्रंट के अध्यक्ष नईम अहमद खान, महाजे आजादी के मुख्य संरक्षक आजम इंकलाबी और इस्लामिक पॉलिटिकल पार्टी अध्यक्ष मोहम्मद यूसुफ नक्श ने उस समय मीरवाइज नीत हुर्रियत के खिलाफ खुलकर विरोध किया जब उन्होंने (मीरवाइज ने) पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित मोर्चे के संयोजक को पत्र लिखकर कहा कि वह उन नेताओं और ‘‘स्वंय ही हुर्रियत छोड़कर अलग रास्ते पर चलने का निर्णय करने वाले प्रतिनिधियों की बात न सुनें।’’
शाह ने कहा कि उनकी हुर्रियत समान विचार वाले दलों के साथ मशविरा कर रही है। शाह ने दलों से अपील की कि वे ‘‘आजादी के आंदोलन’’ को उसके तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए उनके समूह में शामिल हों। शाह ने कहा कि समय यह साबित करेगा कि वे ही राज्य के लोगों की आकांक्षों के असली प्रतिनिधि हैं शाह ने कहा कि अगले कदम का निर्णय जल्द किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम व्यक्तिगत पहचान छोड़कर एचसीजेके के बैनर तले काम करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि उनका समूह सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले कट्टरपंथी हुर्रियत कान्फ्रेंस के साथ नजदीकी समन्यव बनाये रखेगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 17, 2014, 20:06