Last Updated: Thursday, March 20, 2014, 09:42

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से कांग्रेस के मौजूदा सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन को इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी ने राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर से प्रत्याशी बनाया है। सीट बदले जाने के बाद यह माना जा रहा है कि उन्हें `कुर्बानी का बकरा` बनाया जा रहा है। लेकिन अजहरुद्दीन का कहना है कि ऐसा नहीं है, वह `कुर्बानी का बकरा` नहीं हैं।
यह पूछे जाने पर कि उन्हें मुराबाद से टोंक-सवाई माधोपुर क्यों भेजा गया, अजहरुद्दीन थोड़े असहज दिखे। उन्होंने कहा कि यह उनका नहीं पार्टी का फैसला है।
अजहर ने कहा कि मैं कुर्बानी का बकरा नहीं हूं। मुरादाबाद छोड़ने का कोई कारण नहीं था। मैंने वहां अच्छा काम किया था। पांच वर्षो के दौरान करोड़ों रुपये खर्च कर ढांचा निर्माण कराया। मैंने वहां के लोगों को रोजगार मुहैया कराने और बीमारी का इलाज कराने में मदद की।
अजहर ने कहा कि मैं मुरादाबाद क्षेत्र के लोगों की सेवा कर खुश था और अब पार्टी मुझे टोंक-सवाई माधोपुर भेजना चाहती है। मैंने इस पेशकश को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि क्रिकेटर के तौर पर मुझे किसी भी तरह की पिच पर गेंद का सामना करने के लिए तैयार रहना होता है। मैं हमेशा बल्लेबाज के लिए अनुकूल पिच की मांग नहीं रख सकता।
अजहर के नई दिल्ली आवास पर टोंक-सवाई माधोपुर के लोग बुधवार को बड़ी संख्या में मिलने आए और उन्हें समर्थन देने का भरोसा जताया। उनमें से कई लोगों ने अजहर को बधाई देते हुए कहा कि वे लोग खुश हैं कि उनका शहर रातों-रात अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में छा गया। इसके लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान की उम्मीदवारी को श्रेय जाता है।
टोंक-सवाई माधोपुर से वर्ष 2009 में नमो नारायण मीणा चुने गए थे। मनमोहन सिंह सरकार में वित्त राज्य मंत्री मीणा को समीप के दौसा लोकसभा क्षेत्र से उतारा गया है। टोंक-सवाई माधोपुर में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी संख्या है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 20, 2014, 09:42