Last Updated: Tuesday, December 17, 2013, 15:11

रांची: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने आज यहां चुनौती भरे स्वर में कहा कि 1990 में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा उन्होंने रोकी थी और अब नरेन्द्र मोदी के रथ को भी वही लगाम लगायेंगे।
लालू ने बिरसा मुंडा जेल से सोमवार को जमानत पर निकलने के बाद आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैंने जब 1990 में नरेन्द्र मोदी के गुरू लालकृष्ण आडवाणी के रथ को रोक लिया था तो नरेन्द्र मोदी में क्या रखा है। नरेन्द्र मोदी के सांप्रदायिकता फैलाने वाले रथ को भी मैं ही लगाम लगाउंगा। चारा घोटाले के एक मामले में सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद कल यहां बिरसा मुंडा जेल से रिहाई के दौरान मीडिया से मुखातिब लालू प्रसाद यादव ललकारते हुए कहा था कि अब नरेन्द्र मोदी हों अथवा कोई और मोदी, मैं कच्छा पहन कर तैयार हूं, सबको देख लूंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि गद्दी की लालच में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आडवाणी और नरेन्द्र मोदी से समझौता किया और गोधरा के दंगों के बाद नरेन्द्र मोदी को बचाया। अब जनता के सामने उनकी हकीकत उजागर हो गयी है और जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
लालू ने कहा कि जनता के सामने सारी बातें रखने के लिए मैं जल्दी ही पटना में एक बड़ी रैली करूंगा। उन्होंने कहा कि देश की सभी धर्म निरपेक्ष ताकतों को एकजुट हो जाना चाहिए जिससे सांप्रदायिक ताकतें एक बार फिर देश का बंटवारा न करा सकें। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 17, 2013, 15:11