Last Updated: Tuesday, October 29, 2013, 00:25

रांची : पुलिस का दावा है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के नवगठित रांची माड्यूल ने पटना में रविवार को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान हुए सात श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभायी और इसके लिए शनिवार को यहां से धुर्वा थाना क्षेत्र के सीठिओ मोहल्ले के हेथाकोचा से चार आतंकी पटना के लिए रवाना हुए थे।
बिहार के बोधगया में हुए बम धमाकों से भी इन आतंकियों के हाथ जुड़े हुए होने की आशंका है।
झारखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) एस एन प्रधान ने सोमवार को यहां बताया कि रांची पुलिस ने पटना पुलिस से मिली सूचना के आधार पर जब धुर्वा की सीठिओ बस्ती में छापेमारी की तो पता चला कि इंडियन मुजाहिदीन के गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी इम्तियाज अंसारी के इंडियन मुजाहिदीन के बड़े आतंकी यासीन भटकल के करीबी तहसीन अख्तर से सीधे तार जुड़े हुए हैं।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि तहसीन ने हाल में ही भटकल और उसके गिरोह के अन्य लोगों के निर्देशन में यहां इंडियन मुजाहिदीन के ‘रांची माड्यूल’ का गठन किया था और उसे सबसे पहले (पहला टास्क) नरेन्द्र मोदी की पटना रैली में श्रृंखलाबद्ध विस्फोट करवाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। इन विस्फोटों में छह लोगों की मौत हो गयी जबकि 80 से अधिक अन्य घायल हुए हैं।
प्रधान ने बताया कि अपने ‘टास्क’ को पूरा करने के लिए इम्तियाज अपने भतीजे तौफीक अंसारी और गांव के ही दो अन्य आतंकियों ऐनुल उर्फ तारिक और नोमन अंसारी के साथ शनिवार को पटना के लिए रांची से रवाना हुआ था। इन सभी ने गांव में कोलकाता जाने की बात कही थी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रधान ने बताया कि पुलिस ने पटना विस्फोटों के सिलसिले में रविवार रात मुस्लिम आबादी वाले सीठिओ गांव से इम्तियाज अंसारी के पिता कमालुद्दीन और भाई अख्तर समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसमें बहुत सारी बातों का खुलासा हुआ। बाद में हिरासत में लिये गये सभी लोगों को रिहा कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि इसी गांव से इम्तियाज के साथ शनिवार को पटना गये एक अन्य आतंकवादी ऐनुल उर्फ तारिक अंसारी की विस्फोटक में टाइमर सेट करते समय पटना रेलवे स्टेशन पर शौचालय में हुए विस्फोट में कल सुबह मौत हो गयी।
प्रधान ने बताया कि इससे पूर्व बिहार में सात जुलाई, 2013 को बोध गया में हुए दस श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों में भी इंडियन मुजाहिदीन के इन्हीं आतंकवादियों के हाथ होने की आशंका है क्योंकि दोनों ही विस्फोटों में बहुत कुछ समानता है।
उन्होंने इस बारे में खुलासा करते हुए बताया कि सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों ही विस्फोटों में एक जैसे विस्फोटक इस्तेमाल किये गये और दोनों ही स्थानों पर हुए विस्फोटों में बिलकुल एक सी घड़िया और एक ही ब्रांड की घड़ियां इस्तेमाल की गयीं।
प्रधान ने बताया कि अन्य दो संदिग्ध आतंकी तौफीक अंसारी और नोमन अंसारी अभी भी फरार हैं। पुलिस कल शाम से ही उनसे जुड़े ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और उनके ठिकाने से आइईडी में प्रयोग के लिए बारूद भरा प्रेशर कूकर, सर्किट और अनेक अन्य सामग्री के साथ ओसामा बिन लादेन की तस्वीरें और जुनूनी साहित्य भी बरामद किया गया है।
उन्होंने बताया कि पटना विस्फोटों में शामिल अनेक संदिग्धों के झारखंड से तार जुड़े होने की सूचना के बाद यहां अलर्ट कर दिया गया है और संदिग्धों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रधान ने बताया कि पटना श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों का मास्टर माइंड तहसीन अख्तर समस्तीपुर का रहने वाला है और उसके हाल में बिहार-नेपाल की सीमा से गिरफ्तार आईएम के प्रमुख आतंकवादी यासीन भटकल से नजदीकी रिश्ते हैं जिसकी दरभंगा में रिश्तेदारी है।
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के यहां स्थित ठिकानों से अमेरिका द्वारा मारे गये अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की किताबें, फोटो और अनेक सीडी भी बरामद हुई है। इसके अलावा उनके घर से जिलेटिन की छड़ें, बारूद और तांबे के तार बरामद किये गये हैं।
इस बीच आज इस मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी यहां पहुंच गये जबकि रांची पुलिस की एक टीम गिरफ्तार आतंकवादियों से पूछताछ के लिए पटना रवाना हो गयी है।
दूसरी ओर पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने बताया कि झारखंड राज्य में फिलहाल पटना विस्फोटों के मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गयी है। पूछताछ अनेक लोगों से की जा रही है लेकिन उसका खुलासा जांच प्रभावित न होने देने के लिए अभी नहीं किया जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 28, 2013, 21:31