Last Updated: Wednesday, January 22, 2014, 10:43

नई दिल्ली : दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार और केंद्र के बीच गतिरोध समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिल्ली पुलिस से जुड़े मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
एक सरकारी सूत्र ने बताया कि उपराज्यपाल ने हालात को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सूत्रों ने बताया कि जंग ने अपनी तरफ से जांच की और कथित तौर पर उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्रतिकूल सूचना मिली जिन्हें दिल्ली सरकार दंडित करना चाहती थी।
धरना वापस लेने के संबंध में एक सूत्र ने बताया कि जंग ने केजरीवाल से प्रतिबद्धता की मांग की थी कि वह गतिरोध को समाप्त करने के लिए उनकी ओर से निकाले गए फार्मूले को मानेंगे। रेल भवन के बाहर केजरीवाल का दो दिवसीय धरना आज उस वक्त वापस ले लिया गया जब उपराज्यपाल ने कर्तव्य निर्वहन में कथित तौर पर लापरवाही करने वाले दिल्ली पुलिस के पांच अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की दिल्ली सरकार की मांग पर आंशिक रूप से सहमति जता दी।
जब सरकार के पास प्रस्ताव पहुंचा तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप की राजनैतिक मामलों की समिति ने बंद कमरे में प्रेस क्लब में एक घंटे तक बैठक की। उसके बाद मुख्यमंत्री ने धरना वापस लेने के अपने फैसले की घोषणा की। केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी तथा पार्टी के साथी एपं आप के समर्थक तीन अलग-अलग मामलों के सिलसिले में तीन थाना प्रभारियों और दो एसीपी के निलंबन की मांग को लेकर धरना कर रहे थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 22, 2014, 10:43