Last Updated: Saturday, January 4, 2014, 18:34
चंडीगढ़ : हरियाणा में भाजपा के साथ गठबंधन पर अपने रख को नरम बनाते हुए इनेलो ने आज कहा कि पार्टी का फैसला भविष्य की स्थिति पर निर्भर करेगा। उसने संकेत दिया कि अगर लोकसभा चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह बिना शर्त समर्थन देगी।
इनेलो विधायक अभय चौटाला ने हरियाणा में भाजपा के साथ गठबंधन की संभावना के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘इससे पहले अलग राजनैतिक स्थिति थी। कल को अलग स्थिति होगी। हम देखेंगे कि स्थिति क्या रहती है।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि भाजपा के सदस्य अब भी उनके मित्र हैं।
उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा) हमारे मित्र हैं और हमारे मित्र बने रहेंगे।’ उन्होंने कहा कि राजनीति में न तो कोई मित्र होता है और न कोई शत्रु। पूर्व में कई अवसरों पर इनेलो ने कहा था कि वह भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। फिलहाल, भाजपा ने हरियाणा में कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस के साथ गठबंधन कर रखा है।
नरेंद्र मोदी को समर्थन देने के बारे में पूछे जाने पर चौटाला ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद अगर मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो पार्टी बिना शर्त समर्थन देगी। चौटाला ने कहा, ‘अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं या कोई अन्य उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी को हराकर प्रधानमंत्री बनता है तो हमारी पार्टी का रूख है कि हम उसे बिना शर्त समर्थन देंगे।’
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने को देश के लिए विनाशकारी बताने वाले मनमोहन सिंह के बयान पर चौटाला ने कहा, ‘इस तरह का बयान देकर प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पार्टी की हार को स्वीकार कर लिया है।’ एक सवाल पर चौटाला ने उम्मीद जताई कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के साथ होंगे।
चौटाला ने कई करोड़ रुपये की भूमि आईआईआईटी जैसी केंद्रीय परियोजनाएं स्थापित करने के लिए आवंटित करने के लिए हुड्डा सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के लोगों को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘हरियाणा सरकार ने सोनीपत में आईआईआईटी स्थापित करने के लिए 128 एकड़ भूमि आवंटित की है। हरियाणा के हिस्से की कीमत पर अधिकतम सीटों को केंद्र और निजी कोटा के तहत आरक्षित कर दिया गया है।’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को राज्य के कम विकसित हिस्से में कैंसर संस्थान या एम्स की शाखा स्थापित करनी चाहिए थी। इनेलो प्रमुख ने पूर्व मुख्य सचिव पीके चौधरी को कैबिनेट रैंक के मंत्री का दर्जा देकर हरियाणा सरकार का सलाहकार बनाए जाने पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘यह सेवानिवृत्त और पसंदीदा नौकरशाहों का समायोजन है।’ उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी अदालत का दरवाजा खटखटाएगी। उन्होंने हरियाणा स्कूल शिक्षक चयन बोर्ड में नंद लाल पूनिया के कार्यकाल के दौरान हुई शिक्षकों की भर्ती की वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 4, 2014, 18:34