Last Updated: Friday, January 17, 2014, 12:05
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : नोबेल पुरस्कार प्राप्त लेखकों से स्थानीय लेखकों तक, पुरस्कृत लेखकों से नए उपन्यासकारों तक, बॉलीवुड की हस्तियों से संगीत कलाकारों तक का जमावड़ा जयपुर स्थित ऐतिहासिक डिग्गी पैलेस में शुक्रवार से लगना शुरू हो गया। डिग्गी पैलेस में आज से शुरू हुए वार्षिक जयपुर साहित्य समारोह (जेएलएफ) में दक्षिण एशिया के लेखकों, प्रकाशकों और पुस्तक प्रेमियों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार दिखा।
साल 2006 में हुई शुरुआत के बाद से पांच दिवसीय यह समारोह साहित्यिक कैलेंडर के लिए एक बड़ा समारोह बन चुका है। महत्वपूर्ण बहसें और चर्चाओं का मंच बनने वाले इस साल के समारोह में बॉलीवुड और संगीत जगत की हस्तियां भी प्रमुखता से हिस्सा लेंगी। समारोह की सह निदेशक नमिता गोखले ने कहा कि जेएलएफ के शुरूआती दिनों से साहित्य की दुनिया में काफी बदलाव हुए हैं। परिवर्तन के इन वर्षों में सजीव किताबों का रंगरूप बदलकर डिजीटल प्रारूपों में समा गया है।
उन्होंने कहा कि यह समारोह अनुभव कहने, सुनने और एक दूसरे की कहानियों को समझने की जरूरत पर आधारित है। हर साल हम जयपुर में साहित्यिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक उर्जाओं को जीवंत रूप में लाने का प्रयास करते हैं। इनके विचारों से सहमति जताते हुए लेखक और सह निदेशक विलियम डार्लीम्पल ने कहा कि जेएलएफ लेखन का एक अद्वितीय जश्न है, जो आज इतना बड़ा और शानदार रूप ले चुका है, जिसकी एक दशक पूर्व शुरुआत करते हुए हमने सिर्फ उम्मीद ही की थी। इस साल यहां बहुत कुछ है और समझ नहीं आता कि शुरुआत कहां से की जाए।
इस समारोह में अंतरराष्ट्रीय संबंधों, इतिहास, पर्यावरण, मानव प्रकृति, क्षेत्रीय साहित्य, कला, फोटोग्राफी, बॉलीवुड, थियेटर और यात्रा से जुड़े लगभग 240 लेखकों की शिरकत करेंगे और इसमें साहित्य जगत का एक बड़ा हिस्सा कवर किया जाएगा।
First Published: Friday, January 17, 2014, 12:05