Last Updated: Sunday, January 19, 2014, 00:24
नई दिल्ली : कांग्रेस ने शनिवार रात दिल्ली और पंजाब के लिए विशाल प्रदेश निर्वाचन समितियां गठित कीं जिसमें गुटों में बंटी राज्य इकाइयों के सभी समूहों के नेताओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है। उनसे उम्मीदवारों के नाम यथाशीघ्र घोषित करने के फैसले पर तेजी से आगे बढ़ने को कहा गया है।
दिल्ली की 28 सदस्यीय समिति में केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और कृष्णा तीरथ, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी, अजय माकन, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, कांग्रेस विधायक दल के नेता हारून यूसुफ, पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आर के धवन हैं। समिति में पार्टी के राज्यसभा सदस्य कर्ण सिंह, लोकसभा सदस्य संदीप दीक्षित, महाबल मिश्रा, रमेश कुमार, परवेज हाशमी और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल और कांग्रेस सचिव मनीष छतरथ और नसीब सिंह शामिल हैं।
पंजाब के लिए 24 सदस्यीय पीईसी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा, कांग्रेस विधायक दल के नेता सुनील जाखड़, कांग्रेस महासचिव अंबिका सोनी, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजेंद्र कौर भट्टल और केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, परनीत कौर और संतोष चौधरी को सदस्य बनाया गया है।
दोनों पीईसी में पार्टी के अग्रणी संगठनों युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस और एनएसयूआई के अध्यक्ष शामिल हैं। दिल्ली में राज्य सेवा दल के अध्यक्ष दिनेश्वर त्यागी को भी सदस्य बनाया गया है। उधर, राहुल गांधी से आज कहा गया कि लोकसभा चुनावों के लिए तमिलनाडु में गठबंधन के मुद्दे पर फैसला करने से पहले राज्य के नेताओं को विश्वास में लिया जाना चाहिए। पुडुचेरी के पार्टी नेताओं ने गांधी से कहा कि केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने हाल में चेन्नई में द्रमुक प्रमुख एम करणानिधि से मुलाकात की लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने विभिन्न राज्यों के कांग्रेस प्रतिनिधियों से आज संवाद किया।
ऐसी खबरें थीं कि तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बी एस ज्ञानदेसिकन बैठक में मौजूद नहीं थे लेकिन उनके पूर्ववर्ती के वी थंगकाबलू आजाद और करुणानिधि के बीच बैठक के दौरान मौजूद थे। इसको लेकर पार्टी गलियारे में भौंहें तन गईं।
सूत्रों ने बताया कि दिलचस्प बात यह है कि जब पुडुचेरी के उनके समकक्षों ने इस विवादास्पद मुद्दे को गांधी के संज्ञान में लाया तो तमिलनाडु के कांग्रेस के नेता खुश हो गए। एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि तमिलनाडु कांग्रेस नेताओं ने बाद में गांधी के साथ मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को दोहराया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 19, 2014, 00:24