Last Updated: Tuesday, June 3, 2014, 00:38

हैदराबाद : तेलंगाना को सभी तरह से एक आदर्श राज्य बनाने का प्रण करते हुए प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को कहा कि कल्याण और विकास उनकी सरकार के दो प्रेरक तत्व होंगे। राव ने कहा कि तेलंगाना सरकार ना सिर्फ केन्द्र के साथ बल्कि पड़ोसी राज्यों के साथ भी सौहाद्रपूर्ण रिश्ते बनाए रखेगी।
भारत के 29वें राज्य के रूप में आज तेलंगाना अस्तित्व में आ गया और चंद्रशेखर राव ने इसके पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही आंध्रप्रदेश से अलग एक राज्य बनाने के लिए क्षेत्र में चल रहा दशकों पुराना संघर्ष समाप्त हो गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शी सरकार सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक भ्रष्टाचार का उन्मूलन भी उनके एजेंडा में शीर्ष पर है। राव ने सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड्स में तेलंगाना स्थापना दिवस के अवसर पर हुई पैरेड को संबोधित करते हुए वादा किया, तेलंगाना के अवाम एक प्रगतिशील और विकासोन्मुख राज्य की बाट जोह रहे हैं। हम उस दिशा में काम करेंगे और एक पारदर्शी प्रशासन सुनिश्चित करेंगे। हम तेलंगाना को देश में सभी तरह से एक आदर्श राज्य बनाएंगें।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार के मार्गदर्शन के लिए संपादकों और विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणी लोगों को साथ ले कर तेलंगाना राज्य परामर्शदात्री परिषद गठित की जाएगी। केसीआर ने घोषणा की, चुनाव के अवसर पर हमने जो वादे किए थे, उसी के अनुरूप कल्याण हमारे एजेंडा में शीर्ष पर रहेगा। अगले पांच साल में टीआरएस सरकार अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों के कल्याण पर एक लाख करोड़ रूपये खर्च करेगी। इसमें से अकेले 50,000 करोड़ रूपये अनुसूचित जाति कल्याण पर खर्च किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने वादा किया, हम कल्याण कोष खर्च करने में एक रूपये के भ्रष्टाचार की भी कोई गुंजाइश नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार एक लाख रूपये तक के कृषि रिण माफ करने और तेलंगाना को `भारत के बीज का कटोरा’ बनाने के अपने वादे पर जल्द ही अमल करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार नए राज्य में निवेश आकर्षित करने और रोजगार सृजन के लिए जल्द ही नई औद्योगिक नीति की घोषणा करेगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 2, 2014, 15:24