Last Updated: Thursday, March 6, 2014, 17:07
श्रीनगर: जम्मू- कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मेरठ में कश्मीरी छात्रों के खिलाफ उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा देशद्रोह के आरोप लगाना ‘अस्वीकार्य कड़ा दंड’ है और इसे वापस लिया जाना चाहिए । एक क्रिकेट मैच के दौरान पाकिस्तान टीम के पक्ष में नारे लगाने के लिए ये आरोप लगाए गए हैं जिस मैच में भारत की हार हो गई थी ।
उमर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘मेरा मानना है कि छात्रों ने जो किया वह गलत था और वे भटके हुए थे लेकिन उनके खिलाफ निश्चित रूप से देशद्रोह के आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए ।’ उन्होंने लिखा, ‘मेरा मानना है कि विश्वविद्यालय को जो करना चाहिए था वह उसने किया लेकिन उत्तरप्रदेश सरकार की कार्रवाई अवांछित है और इसे वापस लिया जाना चाहिए ।’ पिछले रविवार को एशिया कप मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान टीम का समर्थन करने के बाद मेरठ के स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में करीब 60 छात्रों को तीन दिनों के लिए छात्रावास से निकाल दिया गया था ।
मेरठ के एसएसपी ओंकार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति पी. के. गर्ग की शिकायत के आधार पर अज्ञात कश्मीरी छात्रों के खिलाफ भादंसं की धारा 124 ए (देशद्रोह), 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाना) और 427 (शरारत) के तहत मामला दर्ज किया गया है ।
उमर ने कहा कि कश्मीरी छात्रों के खिलाफ अस्वीकार्य कड़ा दंड लगाने से उनका भविष्य खराब होगा और उन्हें हमसे दूर करेगा । उन्होंने कहा कि मैं यथाशीघ्र उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री से बात करूंगा और इन भ्रमित छात्रों की तरफ से हस्तक्षेप करूंगा कि उनके खिलाफ देशद्रोह के आरोप को हटा लिया जाए । (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 6, 2014, 17:07