Last Updated: Saturday, October 5, 2013, 21:00
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) अगर सत्ता में आती है तो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के अगुवा अन्ना हजारे के प्रस्ताव के मुताबिक जनलोकपाल विधेयक लाने के लिए 29 दिसम्बर को रामलीला मैदान में विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित करेगी। पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह उन सांसदों को करारा जवाब होगा जिन्होंने संसद के शीत सत्र के दौरान विधेयक का मजाक बनाया।
केजरीवाल ने दावा किया, चुनावों के तारीख की घोषणा हो गई है और 15 दिसम्बर तक हम अपनी सरकार बना लेंगे और 29 दिसम्बर को रामलीला मैदान में विशेष सत्र (विधानसभा का) बुलाया जाएगा जहां अन्ना हजारे ने जनलोकपाल विधेयक को लेकर 11 दिनों तक अनशन किया था। यहां विधेयक को अंगीकृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलु हैं क्योंकि भाजपा कांग्रेस या दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ नहीं है बल्कि दोनों आप के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, इस बार चुनाव भी द्विध्रुवीय होने जा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस या भाजपा के ध्रुव होने के बजाए इस बार कांग्रेस और भाजपा एक ही ध्रुव हैं जबकि आप दूसरा ध्रुव है। यह पूछने पर कि क्या अन्ना हजारे उनकी पार्टी और उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे तो केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह उनके लिए या उनकी पार्टी के लिए प्रचार करने नहीं जा रहे हैं।
आप ने चार दिसम्बर को होने जा रहे चुनावों के लिए 70 विधानसभा सीटों में से 57 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। यह पूछने पर कि टिकट मिलने के बावजूद कुछ उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने से मना क्यों कर दिया तो केजरीवाल ने कहा, उन्होंने ज्यादा योग्य उम्मीदवारों के लिए अपनी सीट खाली कर दी क्योंकि हमारा उद्देश्य चुनाव जीतना है जो हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। मीडिया को संबोधित करते हुए पार्टी नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह ध्रुवीकरण वाला चुनाव होने जा रहा है, दिल्ली में चुनाव दो घोड़ों की दौड़ नहीं होगी। यह पूछने पर कि क्या भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की लहर को खतरा मानते हैं तो उन्होंने कहा, यह देखना है कि उनकी लहर दिल्ली में काम करती है या नहीं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 5, 2013, 20:24