Last Updated: Saturday, February 15, 2014, 15:23
भोपाल : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव एबी वर्धन ने कहा है कि जिस स्थिति में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार को इस्तीफा देकर सत्ता से जाना पड़ा है, इन परिस्थितियों में उनके लिए वही उचित था। वर्धन ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार का दिल्ली की सत्ता से इस्तीफा स्वाभाविक था।’
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आप ने दिल्ली की जनता से वायदे किए और उनके लिए अब तक जो कोशिशें कीं, चाहे उन्होंने ही परिस्थितियों का निर्माण किया हो अथवा वे निर्मित हुई हों, चूंकि वे विधानसभा में जनलोकपाल विधेयक पेश नहीं कर सके, ऐसे में उनके पास सत्ता छोड़ने के सिवाए कोई दूसरा चारा नहीं था।
आप को लेकर पूछे गए सवालों पर भाकपा महासचिव ने कहा कि अभी कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती, लेकिन आने वाले दिनों में तस्वीर साफ होगी कि भारतीय राजनीति कौन सा नया मोड़ लेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा लगता है, जैसे आम आदमी पार्टी बहुत जल्दी में है।
वर्धन ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से अपील की है कि वे जिस तरह अब तक राजनीतिक व्यक्तियों और पार्टियों से दूर रहे हैं, वह इसे जारी रखते हुए अपने व्यक्तित्व पर कोई धब्बा नहीं लगने दें और किसी व्यक्ति अथवा पार्टी को समर्थन नहीं दें। उन्होंने (अन्ना हजारे) भ्रष्टाचार के मुद्दे को राजनीति के केन्द्र में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यही उनके व्यक्तित्व की खासियत है।
भाजपा द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने को भाकपा महासचिव ने असंवैधानिक बताते हुए कहा कि भारतीय संविधान में चुनाव से पहले किसी व्यक्ति को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसका चुनाव तो बहुमत में आई पार्टी के सांसद करते हैं।
यह पूछने पर कि उनके नए वाम लोकतांत्रिक विकल्प में प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन होगा, उन्होने कहा कि कई हैं, जब भाजपा के लिए एक राज्य का मुख्यमंत्री इस पद का दावेदार हो सकता है, तो हमारे विकल्प में भी कई मुख्यमंत्री हैं, किसी एक का नाम कैसे लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस विकल्प में आप भी शामिल हो सकती है, क्योंकि वह भी कांग्रेस और भाजपा विरोधी पार्टी है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 15, 2014, 15:23