Last Updated: Wednesday, February 5, 2014, 16:43

नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश के विभाजन के खिलाफ अपने विरोध को राजधानी में लाते हुए मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी बुधवार को जंतर मंतर पर मौन धरना पर बैठे। रेड्डी ने राजघाट पर राष्ट्रपिता को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद यहां जंतर मंतर पर अपना धरना शुरू किया।
कई राज्य मंत्री एवं सीमांध्र क्षेत्र के विधायक मंच पर मौजूद थे। बाद में एक छोटे से काल के लिए चार केन्द्रीय मंत्री उनके साथ शरीक हुए। रेड्डी से मुलाकात करने वाले केन्द्रीय मंत्रियों में एम पल्लम राजू, के. सांबा शिवा राव, डी. पुरंदेश्वरी और के कृपारानी शामिल हैं। के. संबाशिवा राव ने कहा कि उन्हें विधेयक (आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक) पेश नहीं करना चाहिए।
राव से जब पूछा गया कि अगर सरकार ने संसद में आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक पेश कर दिया तो उनका अगला कदम क्या होगा तो उन्होंने कहा कि हम उस समय फैसला करेंगे। केन्द्रीय मंत्री पल्लम राजू ने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक नियम कायदे के विरूद्ध विधेयक बढ़ाया जा रहा है। राजू ने दावा किया कि अपने मौजूदा स्वरूप में, यह किसी क्षेत्र के साथ न्याय नहीं करता। उन्होंने कहा कि हैदराबाद के इर्दगिर्द रहने वाले लोगों की पानी और सुरक्षा से जुड़ी प्रमुख चिंताओं का पर्याप्त रूप से समाधान नहीं किया गया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 5, 2014, 16:43