Last Updated: Sunday, March 2, 2014, 20:30

पटना : राजद संसदीय बोर्ड के अन्य दलों से तालमेल और उम्मीदवारों के चयन के लिए अधिकृत किए जाने के बाद पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से कांग्रेस-राजद गठबंधन पर विनम्रतापूर्वक विचार करने की अपील करते हुए रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी और सोनिया के प्रति कोई अनादर का भाव कभी भी नहीं रहा है और आगे भी नहीं रहेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के आवास पर पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह के यह घोषणा किए जाने के बाद कि राजद संसदीय बोर्ड ने आसन्न लोकसभा को लेकर कांग्रेस के साथ तालमेल तथा प्रत्याशियों के चयन के लिए सर्वसम्मति से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को अधिकृत कर दिया है, लालू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी के प्रति कोई अनादर का भाव कभी भी नहीं रहा है और आगे भी नहीं रहेगा।
उन्होंने कहा कि इस संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से सोनिया गांधी से वे विनम्रतापूर्वक अपील करते हैं कि सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता में आने से रोकने के लिए वे उनका साथ दें। लालू ने कहा कि वे और उनके दल के लोग कोई बिकने वाले नहीं है। अगर सोनिया को उन पर विश्वास है तो बिहार और झारखंड में उन्हें यह लड़ाई लड़ने दें तथा सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने के बाद वे केंद्र में फिर उन्हें सरकार बनाने में साथ होंगे।
लालू ने कहा कि अन्य दलों से समझौता करना उनकी कोई कमजोरी और लाचारी नहीं बल्कि आसन्न लोकसभा चुनाव में सांप्रदायिक ताकतों से देश को बचाना है क्योंकि धर्मनिरपेक्ष ताकत आज बुरी तरह विभाजित हैं। लालू ने कहा कि यह लड़ाई उनकी अकेले नहीं बल्कि सबकी है, देश बचेगा तो हजारों लोग सांसद और विधायक बन जाएंगे। उन्होंने बिहार प्रदेश कांग्रेस नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे जानते हैं कि ये लोग अपने बड़े नेताओं को गुमराह कर रहे हैं और पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन नहीं होने दिया।
राजद के कांग्रेस और लोजपा के साथ गठबंधन के लिए प्रयासों की चर्चा करते हुए लालू ने भाजपा के साथ चले गए लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के बारे में कहा कि वे उनके प्रति भविष्य में अब आदर का भाव नहीं रखेंगे क्योंकि वे सांप्रदायिक शक्तियों को बढ़ावा देने में सबसे आगे निकल गए और जिस भाजपा ने जदयू के साथ मिलकर पासवान समुदाय को महादलित से बाहर रखा अब वे उसके साथ हो गए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत को उन्होंने अभी बंद नहीं की है। अब जिम्मेदारी उस दल की है और उम्मीद करते हैं कि सच्चाई को समझेंगे। हमने किसी को कमतर नहीं आंका है। लालू ने कांग्रेस को देश की बडी पार्टी बताते हुए कहा कि उसे उनकी पार्टी ने 11 सीटों का प्रस्ताव दिया है पर उसको लेकर अभी तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है। अभी तक उसके साथ गठबंधन की संभावना का दरवाजा बंद नहीं किया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 2, 2014, 20:30