Last Updated: Wednesday, May 28, 2014, 19:29
मुम्बई : लोकसभा चुनाव में करारी हार से उबरने का प्रयास करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे जो इस साल के आखिर में होने जा रहे राज्य विधानसभा चुनाव से पहले संभवत अंतिम विस्तार है।
करारी हार के बाद अपने इस्तीफे की मांग से जूझ रहे चव्हाण ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भेंट की थी। इस कदम को असंतोष के स्वर को दबाने के प्रयास के रूप में देखा गया था। सू़त्रों के अनुसार कांग्रेस राकांपा सरकार में चव्हाण कांग्रेस के कोटे से तीन मंत्रियों के पद भर सकते हैं जिनमें एक कैबिनेट मंत्री और दो राज्यमंत्री के पद हैं। इन पदों को चव्हाण द्वारा खाली रखे जाने पर लंबे समय से कांग्रेस में नाराजगी थी।
इसी बीच विधायक अमित देशमुख (दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे), कल्याण काले और वरिष्ठ नेता रोहिदास पाटिल इन तीन मंत्री पदों के लिए संभावित चेहरे हैं। राकांपा कोटे से भी कैबिनेट मंत्री का एक पद रिक्त है। राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजय कुमार गावित को बख्रास्त किए जाने के बाद कैबिनेट मंत्री का यह पद खाली है। उनकी बेटी हीना ने नंदूरबार सीट पर नौ बार सांसद रहे कांग्रेस के मानिकराव गावित के खिलाफ चुनाव लड़ा था और वह जीत भी गयीं। हीना के चुनाव मैदान में उतरने के बाद विजय कुमार गावित बर्खास्त कर दिए गए।
इसके अलावा, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संस्कृति राज्यमंत्री फौजिया खान का भी कार्यकाल बतौर विधान परिषद सदस्य खत्म हो गया है। उनके खिलाफ हाल के लोकसभा चुनाव में परभानी में आधिकारिक राकांपा उम्मीदवार के साथ असहयोग करने की शिकायतें हैं। सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ राकांपा नेता सूर्यकांत पाटिल कैबिनेट मंत्रीपद भरने की दौड़ में हैं जबकि प्रदेश राकांपा कार्यवाहक अध्यक्ष जितेंद्र अवहाद और शरद गावित फौजिया खान का स्थान लेने की दौड़ में हैं। शरद गावित विजय कुमार गावित के भाई हैं और सपा विधायक हैं जबकि कांग्रेस-राकांपा का मुलायम सिंह की पार्टी सपा से कोई गठजोड़ नहीं है। चव्हाण को वर्ष 2010 में राज्य की कमान संभालने के लिए भेजा गया था।
हाल के लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन की करारी हार के आलोक में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भेंट के बाद मंत्रिमंडल में विस्तार हो रहा है। चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस राज्य में महज दो सीटों पर सिमट गयी। राज्य में लोकसभा की 48 सीटें हैं। पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए आलोचना से घिरे चव्हाण ने हार की जिम्मेदारी ली थी जिसके बाद उन्हें हटाये जाने की मांग उठी थी। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने यह मांग खारिज कर दी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 28, 2014, 19:29