Last Updated: Sunday, June 8, 2014, 22:54
ज़ी मीडिया ब्यूरोमुंबई : मुंबई के लोगों का मेट्रो ट्रेन सेवाओं का इंतजार आज खत्म हो गया और पहले छह घंटे में एक लाख से अधिक लोगों ने इससे यात्रा का लुत्फ उठाया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आज पश्चिमी उपनगर वरसोवा स्टेशन से पहली मेट्रो सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुंबई मेट्रो प्राइवेट लिमिटेड (एमएमओपीएल) के एक प्रवक्ता कहा, मुंबई मेट्रो ने पहले दिन छह घंटे में ही एक लाख यात्रियों की संख्या पार कर ली। इन छह घंटे में 14 फेरे लगाए गए।
इससे पहले सुबह इस सेवा का शुभारंभ चव्हाण के साथ अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी ने सुबह 10:10 बजे किया। इस मौके पर, राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और स्थानीय सांसद किरीट सोमैया, पूनम महाजन व गजानन कीर्तिकर भी मौजूद थे।
मेट्रो सेवा शुरू होने के साथ मुंबई देश में मेट्रो रेल सुविधा वाला चौथा शहर बन गया। अभी तक, कोलकाता, दिल्ली और बेंगलूर में ही मेट्रो रेल परिचालन में था।
चव्हाण ने कहा कि मेट्रो सेवा की शुरुआत से मुंबई के लोगों के लिए आवागमन सहज हो जाएगा। उन्होंने कहा, इस परियोजना की अवधारणा 2006 में पेश की गई थी। क्रियान्वयन के दौरान इसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसमें निश्चित तौर पर समय लगा, लेकिन अंतत: हमने सेवाएं शुरू कर दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का जोर रहा है कि सुरक्षा के सभी उपाय किए जाएं और यात्रियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता न हो। उन्होंने कहा, मोनोरल की शुरआत (इस साल फरवरी में) और अब मेट्रो से पता चलता है कि हम वास्तव में 21वीं सदी में प्रवेश कर चुके हैं।
इस सेवा के साथ वरसोवा से अंधेरी-घाटकोपर के बीच 11.4 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 20 मिनट में पूरी हो जाएगी। सड़क मार्ग से इतनी यात्रा के लिए 90 मिनट का समय लगता है। एमएमओपीएल प्रतिदिन 200 से 250 फेरों का परिचालन करेगी। प्रतिदिन इससे 11 लाख यात्री यात्रा कर सकेंगे। प्रत्येक कोच में 375 व एक ट्रेन में 1,500 यात्री यात्रा कर सकेंगे।
हालांकि, मुंबई में मेट्रो सेवाएं, शुरू से ही विवादों में रही। चव्हाण ने कल कहा था कि यदि मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लि. (एमएमओपीएल) राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित किरायों का पालन करेगी, तभी वह इस सेवा का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, बाद में वह सेवा को हरी झंडी दिखाने को तैयार हो गए।
मेट्रो किराए को लेकर विवाद रहा है, इस बात को स्वीकारते हुए चव्हाण ने उम्मीद जताई कि अदालत में इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा। एमएमओपीएल के निदेशक देवाशीष मोहंती ने कल कहा था कि यदि मुख्यमंत्री उद्घाटन के लिए तैयार नहीं होते हैं, तो भी सेवा का शुभारंभ निश्चित कार्यक्रम पर ही किया जाएगा।
राज्य सरकार व एमएमओपीएल के बीच पिछले काफी समय से मेट्रो सेवा के किराये को लेकर विवाद चल रहा है। एक तरह की यात्रा के लिए आपरेटर ने न्यूनतम किराया 10 रुपये व अधिकतम 40 रुपये तय किया। कंपनी का कहना था कि करीब आठ बरस पहले शुरू हुई परियोजना की लागत काफी बढ़ चुकी है। महाराष्ट्र सरकार ने 9 से 13 रुपये के मूल्य दायरे में किराया अधिसूचित किया था।
एमएमओपीएल अनिल अंबानी की रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, वियोलिया ट्रांसपोर्ट तथा मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) की संयुक्त उद्यम कंपनी है। एमएमआरडीए किराया वृद्धि के खिलाफ पहले ही बंबई उच्च न्यायालय में जा चुकी है। इस मामले की सुनवाई कल होगी। 11.4 किलोमीटर के वरसोवा-अंधेरी-घाटकोपर मार्च पर पहले चरण में मेट्रो ट्रेनें प्रत्येक चार मिनट पर उपलब्ध होंगी।
First Published: Sunday, June 8, 2014, 09:09