Last Updated: Saturday, March 22, 2014, 21:16
रांची : उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने आज यहां झारखंड के राजनीतिक दलों के साथ यहां की जनता की भी आलोचना की और कहा कि राज्य के पिछड़ेपन के लिए राजनीतिक दलों के साथ जनता भी बराबर की जिम्मेदार है क्योंकि उसने अच्छे लोगों को चुनकर विधानसभा और संसद में नहीं भेजा है।
बसपा प्रमुख मायावती ने आज यहां एक चुनावी रैली में यह बातें कहीं। रैली में बहुत कम लोगों की उपस्थिति थी और इस पर मायावती ने राज्य की जनता को जाग जाने की ताकीद की। उन्होंने कहा कि आज झारखंड देश के अधिकतर राज्यों से विकास के पैमाने पर बहुत पिछड़ा हुआ है जिसके लिए मुख्य रूप से यहां के राजनीतिक नेता और दल जिम्मेदार हैं। अत: इस स्थिति को बदलने के लिए ईमानदार और अच्छे लोगों को चुनकर विधानसभाओं और संसद में भेजना होगा।
रांची लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार सामाजिक कार्यकर्ता दुर्गा उरांव के लिए आयोजित इस रैली में मायावती ने कहा, ‘आप ने सभी दलों को यहां शासन करने का अवसर दिया है और उनका काम भी देखा है लेकिन अब बसपा को भी एक मौका देकर आप देखें कि आप के भाग्य में क्या परिवर्तन होता है।’ उन्होंने अपनी रैली में कम लोगों की उपस्थिति के लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया। उनके अनुसार विपक्षी दलों द्वारा बंद का आह्वान करने के चलते ही उनकी रैली में लोग नहीं आ सके।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार से झारखंड क्षेत्र को विकास के उद्देश्य से ही अलग किया गया था लेकिन उस उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के झूठे वायदों और इनसे पटे घोषणा पत्रों में लोगों को नहीं खोना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि संसद के अभी संपन्न हुए अंतिम सत्र में उन्होंने झारखंड के लिए भी विशेष राज्य के दर्जे की मांग की थी लेकिन जो दल यहां शासन में हैं और शासन कर चुके हैं उन्होंने पूरी तरह मौन धारण किये रखा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 22, 2014, 21:16