Last Updated: Wednesday, October 9, 2013, 14:05

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि जब तब पाकिस्तान घुसपैठ और संघर्ष विराम के उल्लंघन पर लगाम नहीं लगाता तब तब भारत के लिए उसके साथ संबंधों को सामान्य करना असंभव है।
उन्होंने साथ ही कहा कि मीडिया ने केरन सेक्टर में छुपे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान को बढा चढा कर पेश किया इसलिए इसे ‘दूसरा करगिल’ कहा जा रहा है। उमर ने कहा कि न्यूयार्क में प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ने (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) नवाज शरीफ के साथ वार्ता के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि हालात ऐसे नहीं रहने चाहिए और घुसपैठ एवं संघर्ष विराम के उल्लंघन पर रोक लगनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने रॉयल स्प्रिंग्स गोल्फ कोर्स के 17वें अखिल भारतीय पुलिस गोल्फ टूर्नामेंट का उद्घाटन करने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने इसके लिए एक तंत्र फिर से शुरू किया है कि दोनों देशों के डीजीएमओ को एक दूसरे से बात करनी चाहिए। शायद हमें इससे लाभ होगा।
उमर ने कहा कि हालांकि ऐसे हालात में यह सोचना कि संबंध सामान्य हो जाएंगे, असंभव है। हम निश्चित रूप से बात करेंगे लेकिन हम इस बातचीत से जो परिणाम चाहते हैं, उन्हें हम तब तक हासिल नहीं कर सकते, जब तक ऐसी घटनाएं :घुसपैठ एवं संघर्ष विराम उल्लंघन: रक नहीं जाती।
नियंत्रण रेखा के उस पार से संघर्ष विराम उल्लंघन और घुसपैठ की कोशिशों में आई तेजी के बावजूद मुख्यमंत्री ने मसलों को सुलझाने के लिए वार्ता की वकालत करते हुए कहा कि दोनों देशों को बातचीत करना जारी रखना चाहिए क्योंकि जब दोनों देशों के बीच वार्ता नहीं हो रही थी तब भी इस प्रकार की कोशिशें जारी थीं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 9, 2013, 13:25