Last Updated: Sunday, May 18, 2014, 21:43
मुंबई : महाराष्ट्र में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी में सूत्रों का मानना है कि अगर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भाजपा की मांग के दबाव में इस्तीफा देते हैं और मध्यावधि चुनाव होते हैं तो यह कांग्रेस के लिए काफी नुकसानदेह होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा- शिवसेना गठबंधन को सत्ताविरोधी लहर का फायदा मिल रहा है और फिलहाल राज्य में मध्यावधि चुनाव कराना कांग्रेस के लिए आत्मघाती होगा।
सूत्रों ने कहा, ‘विधानसभा चुनावों में अब भी पांच महीने का वक्त है। पहले चुनाव कराना आत्मघाती होगा क्योंकि भाजपा-शिवसेना के नेतृत्व वाले ‘महायुति’ गठबंधन को राज्य में सत्ताविरोधी लहर का फायदा होगा जैसा कि लोकसभा चुनावों में देखा जा रहा है। उन्होंने 48 में से 42 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को महज छह सीटें हासिल हुईं।’
उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन महाराष्ट्र की स्थिति अलग है।’ चव्हाण ने चुनावों में हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है। लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के दिन शुक्रवार को महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री नारायण राणे ने अपने बेटे और निवर्तमान सांसद नीलेश राणे के रत्नागिरी सिंधुदुर्ग सीट से हारने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 18, 2014, 21:43