Last Updated: Wednesday, November 6, 2013, 15:15
हैदराबाद : मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) ने आंध्र प्रदेश का विभाजन कर प्रस्तावित पृथक राज्य में रायलसीमा क्षेत्र के दो जिलों को जोड़कर ग्रेटर तेलंगाना राज्य के गठन की मांग उठाई है। साथ ही एमआईएम ने हैदराबाद को बिना किसी शर्त इस नए राज्य की राजधानी बनाने की भी मांग रखी है।
आंध्र प्रदेश के विभाजन पर केंद्र सरकार द्वारा गठित मंत्री समूह से पार्टी ने तेलंगाना क्षेत्र को 10 जिलों और रायलसीमा के अनंतपुर व कुरनूल जिलों को मिलाकर पृथक ग्रेटर तेलंगाना राज्य का गठन किए जाने की मांग की है। एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद को नए राज्य की राजधानी बनाए जाने को लेकर किसी भी प्रकार का समझौता करने से पहले ही इंकार कर दिया है। उन्होंने हैदराबाद में कानून-व्यवस्था व अन्य मामलों पर केंद्र के प्रस्तावित नियंत्रण का भी विरोध किया है।
उन्होंने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि हैदराबाद को बिना किसी शर्त के तेलंगाना राज्य की राजधानी बनाया जाना चाहिए। हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, `हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि हैदराबाद को साझा राजधानी का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव हमें नामंजूर है।`
उन्होंने मंत्री समूह को लिखा, `हम हैदराबाद के लिए संघ का दर्जा या वहां केंद्र का शासन नहीं चाहते हैं। हैदराबाद में कानून एवं व्यवस्था, नगरपालिका प्रशासन, राजस्व, भूमि प्रशासन, उच्च शिक्षा व चिकित्सा क्षेत्र पर केंद्र के नियंत्रण को मंजूरी देने का कोई सवाल ही नहीं है। इस तरह के प्रस्ताव का हैदराबाद पर प्रतिकूल प्रभाव होगा।` इसमें कहा गया है, `सबसे अच्छा यह है कि विभाजन के बाद बाकी बचे राज्य की अस्थायी राजधानी के लिए हैदराबाद शहर में खैरताबाद मंडल को साझा क्षेत्र नामित किया जा सकता है।` (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 6, 2013, 15:15