Last Updated: Monday, February 24, 2014, 16:54
ज़ी मीडिया ब्यूरोपटना: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी-एलजेपी के गठबंधन की खबरों के बीच, बीजेपी में बगावत के सुर भी सुनाई देने लगे हैं। बिहार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे ने रामविलास पासवान को मौकापरस्त करार दिया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी का मैं कोर कमिटी का सदस्य हूं, लेकिन मुझसे गठबंधन पर कोई राय नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर वह अपनी नाराजगी पार्टी के आला नेताओं के साथ जाहिर कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में पासवान ने नरेंद्र मोदी और बीजेपी को गालियां दी हैं। ऐसे में इस प्रकार के लोगों के साथ गठबंधन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चौबे के मुताबिक पार्टी का बड़ा धड़ा इस गठबंधन से नाराज है और वह इसके खिलाफ आलाकमान से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है और अगर गठबंधन हुआ तो यह पार्टी के लिए आत्मघाती कदम साबित होगा।
इस बीच बीजेपी और एलजेपी की बीच गठबंधन की इन खबरों के बीच रामविलास पासवान के बेटे और एलजेपी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में चिराग ने माना कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में बनी एसआईटी ने गुजरात दंगों पर नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दे दी है। ऐसे में, मोदी दोषी हैं या निर्दोष, यह तो बहस का कोई मुद्दा ही नहीं है।
बीजेपी और एलजेपी के बीच गठबंधन की खबरों से एलजेपी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान से इनकार नहीं किया है। चिराग ने कहा कि पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी एलजेपी को चालीस में से 8 सीटें देने को राजी है, जबकि एक-दो सीटों के लिए बातचीत चल रही है। कांग्रेस जहां इसे अवसरवाद बता रही है, वहीं जेडीयू का कहना है कि इससे बिहार की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जेडीयू नेता शरद यादव ने कहा कि बिहार की राजनीति पर इन सारी कसरतों का कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे जेडीयू को फायदा ही होगा। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि इस मामले की उचित समय पर जानकारी दी जाएगी।
First Published: Monday, February 24, 2014, 16:01