Last Updated: Saturday, June 7, 2014, 09:21

मुंबई : भाजपा के दिवंगत नेता और केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे पार्टी के अंदर संघर्ष कर रहे थे और वह पार्टी `छोड़ना` भी चाहते थे। उनकी इच्छा कांग्रेस ज्वाइन करने की थी। भाजपा के विधान पार्षद पांडुरंग फुंडकर ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधान परिषद में यह दावा करके एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। इतना ही नहीं, फुंडकर ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की।
फुंडकर ने कहा, `मुंडे हर कदम पर संघर्ष कर रहे थे। एक बार वह भाजपा छोड़ने वाले थे, लेकिन मैंने इसका विरोध किया। उन्हें कई बार अपमानित होना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी पार्टी को समर्पित कर दी थी।` महाराष्ट्र संसदीय मामलों के मंत्री हर्षवर्द्धन पाटिल द्वारा मुंडे के योगदान पर सदन में चर्चा के दौरान फुंडकर ने कहा, `कांग्रेस ने उन्हें केंद्र और राज्य में मंत्री पद की पेशकश की थी।`
फुंडकर ने 1974 से मुंडे से जुड़े होने की बात को याद कर भावुक होते हुए कहा, `उनकी मौत को लेकर लोगों में काफी भ्रम है। इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।` यहां आपको बता दें कि दिल्ली में एक कार हादसे में गोपीनाथ मुंडे की मौत हो गई थी। उनकी कार एक गाड़ी से टकरा गई। इस टक्कर में मुंडे घायल हो गए। उन्हें तुरंत एम्स ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 7, 2014, 09:21