Last Updated: Tuesday, April 15, 2014, 12:15

जौनपुर: भोजपुरी फिल्मों के महानायक कहे जाने वाले और कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश के जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे अभिनेता रवि किशन का कहना है कि वह राजनीति नहीं बल्कि काम करने के लिये चुनाव मैदान में कूदे हैं। वह सियासत को नहीं जानना चाहते, क्योंकि अगर वह इसे जान गये तो ‘खत्म’ हो जाएंगे।
रवि किशन ने कहा कि उनका राजनीति में आने का इरादा कभी नहीं था। उन्हें सियासत में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन वह अपने गांव, अपने घर के लिये जौनपुर से चुनाव मैदान में उतरे हैं।
उन्होंने कहा ‘फिल्म जगत से सियासत की दुनिया में कदम रखने की दो खास वजह हैं। जौनपुर में मेरा गांव है। वहां मेरे माता-पिता रहते हैं। वहां बहुत समस्या है। वहां सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी चीजों की कमी है। वहां शौचालय तक नहीं हैं। दूसरा, पिछले 25 साल से वहां जनता से बहुत झूठ बोला गया। वहां धोखा ही धोखा है। जौनपुर की लड़ाई लड़ने के लिये मुझे अपना करियर, जो शबाब पर चल रहा था, उसको छोड़कर आना पड़ा। मेरी नौ फिल्में रिलीज की दहलीज पर हैं।’
राजनीति में आने के मकसद के बारे में भोजपुरी स्टार ने कहा ‘मुझे जौनपुर के लोगों की मानसिकता बदलनी है। मैं सियासत जानना नहीं चाहता... मुझे जानना भी नहीं... अगर सियासत जान जाएंगे तो खत्म हो जाएंगे। मैंने सिर पर जौनपुर का प्रोजेक्ट ले लिया है। अब यह मेरा जुनून है।’ जौनपुर के केराकत स्थित बराई बिसुईं गांव के मूल निवासी रवि किशन ने चुनावी मैदान में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें बहुत कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। वह आंधी के बीच खड़े हैं। ‘जौनपुर में बहुत तगड़े प्रतिद्वंद्वी हैं, कोई बाहुबली, कोई कैबिनेट मंत्री है। मैं सत्य बोलने वाला औघड़ सा कीड़ा हूं।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 15, 2014, 12:15