नंदीग्राम प्रदर्शन : CBI ने आरोप पत्र दाखिल किया, सरकार की मंजूरी नहीं

नंदीग्राम प्रदर्शन : CBI ने आरोप पत्र दाखिल किया, सरकार की मंजूरी नहीं

कोलकाता : राज्य की राजनीति में नंदीग्राम प्रदर्शनों का फायदा उठाने वाली तृणमूल सरकार ने 2007 की पुलिस फायरिंग में शामिल पांच पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई को अभियोजन की अभी तक मंजूरी नहीं दी है। उस घटना में पुलिस की गोलियों से 14 ग्रामीण मारे गये थे।

जांच एजेसियों ने राज्य पुलिस के इन पांच पुलिस अधिकारियों की कथित भूमिका का उल्लेख किए बिना ही आरोपपत्र दाखिल किया है। नंदीग्राम में 14 मार्च 2007 को हुई पुलिस फायरिंग के बारे में सीबीआई ने यहां विशेष सीबीआई अदालत में दो आरोपपत्र दाखिल किये हैं।

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि इस बात का कोई कारण सामने नहीं आया है कि राज्य सरकार क्यों चुप्पी साधे हुए है। एजेंसी सूत्रों ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य से सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान पूछताछ नहीं की क्योंकि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। फायरिंग के समय भट्टाचार्य गृह मंत्रालय का प्रभार भी देख रहे थे।

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एक आरोपपत्र में एजेंसी ने कुछ ग्रामीणों सहित 132 निजी लोगों के नाम लिये हैं। लेकिन उप निरीक्षक शंभु दास एवं अमित हाथी तथा एक चिकित्सक लक्ष्मीकांत घोष के खिलाफ अभियोजन की राय मांगी गयी है।

एक अन्य आरोपपत्र में सीबीआई ने 37 निजी लोगों के नाम लिये हैं। उसने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवाशीष बोराल एवं सत्यजीत बंदोपाध्याय एवं नंदीग्राम के उप निरीक्षक शेखर राय के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी मांगी थी। (एजेंसी)

First Published: Sunday, December 29, 2013, 22:11

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