Last Updated: Sunday, December 1, 2013, 22:43
ज़ी मीडिया ब्यूरोजम्मू : जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के अधिकार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला आमने सामने आ गए। मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि घाटी में महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है जबकि उमर ने पलटवार करते हुए कहा कि मोदी को तथ्यों की जानकारी नहीं है। उमर ने कहा कि मोदी को बोलने से पहले तथ्यों की जांच कर लेनी चाहिए।
मोदी ने यह जतलाने के लिए पुरुष महिला भेदभाव विवाद में उमर की बहन सारा का नाम भी घसीट लिया कि उन्हें समान अधिकार प्राप्त नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में (उमर की बहन) सारा को वे ही अधिकार मिलने चाहिए जो उमर अब्दुल्ला को प्राप्त हैं।’’ सारा की शादी केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट से हुई है जो राजस्थान के रहने वाले हैं।
मोदी ने यह जतलाने के लिए उमर अब्दुल्ला और उनकी बहन सारा, जिनकी शादी राज्य के बाहर हुई, का शादी का उदाहरण दिया कि देश के अन्य हिस्सों की भांति जम्मू कश्मीर में महिलाओं को पुरुषों की तरह अधिकार प्राप्त नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि (उमर) अब्दुल्ला ने कश्मीर के बाहर ब्याह किया होता तो उनके (यहां के) नागरिक होने के अधिकार बने रहते जबकि उनकी बहन सारा यह अधिकारी गंवा बैठीं क्योंकि उन्होंने कश्मीर से बाहर शादी की और उनके सारे अधिकार छीन लिए गए। क्या यह राज्य में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव नहीं है।’’
मोदी ने जनसभा में लोगों से प्रश्न किया कि क्या जम्मू कश्मीर में महिलाओं के साथ भेदभाव है, जिस पर लोगों ने उंची आवाज में ‘हां’ में जवाब दिया। उन्होंने फिर पूछा कि क्या सारा को अधिकार मिले, लोगों ने कहा, ‘नहीं’। मोदी द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 के संदर्भ में महिलाओं के अधिकार का मुद्दा उठाए जाने के बाद उमर ने ट्विटर पर एक के बाद एक कर कई प्रतिक्रियाएं दी। अनुच्छेद 370 जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देता है।
उमर ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘उन्होंने एक ऐसी बात को सही ठहराने के लिए बड़ी आसानी से मेरा और मेरी बहन का उदाहरण दे डाला जिसका सच्चाई से कोई लेना देना है ही नहीं। वह झूठ बोल रहे हैं या फिर जानकारी नहीं है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘और अंतत: महिलाएं अन्य राज्य के निवासियों से शादी कर अपना स्थानीय निवास अधिकार नहीं गंवाती है जैसा कि इस मुद्दे पर प्रचार चल रहा है।’’ उन्होंने आश्चर्य प्रकट किया कि (पता नहीं) मोदी वाकई संविधान के अनुच्छेद 370 से वाकिफ हैं भी या नहीं, जो जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता है।
उमर ने कहा, ‘‘मैं उन्हें और उनके किसी भी मातहत को अनुच्छेद 370 को शब्दश: रखने की चुनौती देता हूं जिसमें जम्मू कश्मीर के राज्य संबंधी मामले तय किए गए हैं। ’’ उन्होंने यह भी कहा कि मोदी को बेहद ही अधूरी जानकारी है या फिर वह सच्चाई बताने में कंजूसी कर जाते हैं।
First Published: Sunday, December 1, 2013, 22:43