अखिलेश ने तीसरे मोर्चे के गठन की जरूरत जतायी

अखिलेश ने तीसरे मोर्चे के गठन की जरूरत जतायी

अखिलेश ने तीसरे मोर्चे के गठन की जरूरत जतायी छपरा : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा और कांगेस की ओर इशारा करते हुए उन पर आरोप लगाया कि इन दोनों दलों के अतिरिक्त आज देश को तीसरे विकल्प की आवश्यकता है।

सारण जिला मुख्यालय में स्थित निजी विद्यालय छपरा सेंट्रल स्कूल के नवनिर्मित भवन का आज उद्घाटन करते हुए अखिलेश ने भाजपा और कांगेस की ओर इशारा करते हुए उन पर आरोप लगाया कि इन दोनों दलों के लिए विकास अब एक गौण मुद्दा बन चुका है। ऐसे में इन दोनों के अतिरिक्त देश में एक तीसरे विकल्प की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि इस विकल्प को गठबंधन, तीसरा मोर्चा या कोई भी अन्य नाम दिया जा जाए। लेकिन यह निश्चित रूप से सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ होगा और कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों का भी यह मोर्चा विरोध करेगा। अखिलेश ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों द्वारा जो गतिविधियां चलायी जा रही है, उसका जमीनी सच्चाई से कोई रिश्ता नहीं है।

उन्होंने कहा कि आज भारत के समक्ष सबसे बडी चुनौती चीन की तरह विकास करने की है और दुनिया के सभी देश एकीकरण की ओर बढ रहे हैं, जिसका उदाहरण यूरोपीय देशों का एकीकरण है। लेकिन यह दुर्भाग्यजनक है राजनीतिक हित साधने के लिए अलगावाद की नीति अपनायी जा रही है, जो देश की एकता और अखंडता के लिए सबसे बडी चुनौती है।

उन्होंने धर्मनिरपेक्ष ताकतों से आह्वान किया कि वे आपसी मतभेद को भुलाकर ऐसे विघटनकारी तत्वों का मुकाबला करें। अखिलेश ने कहा कि देश भर में संप्रदायिक ताकतों के लिए विचारधारात्मक संघर्ष छेड़ेगी। उन्होंने बिहार और उत्तर प्रदेश के बिना देश में किसी प्रकार के राजनीतिक परिवर्तन की चर्चा संभव नहीं होने का दावा करते हुए कहा कि जो दल इन दोनों प्रदेश के हितों की बात करेगा वही दिल्ली पर राज करेगा।

अखिलेश ने दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उडीसा और तमिलनाडू में कांग्रेस और भाजपा के अधिक सीटें नहीं जीत पाने के कारण तीसरे मोर्चे के बनने की संभावना प्रबल दिखती है। बाद में पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि तीसरे मोर्चे का गठन होने पर उसमें राजद को शामिल हो सकता है उन्होंने कहा कि वह भी उसमें शामिल हो सकता है।

समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के उस कथन कि भाजपा उनकी कुछ शर्तो को मान ले तो उसके साथ उनका कोई मतभेद नहीं होगा, इस पर अखिलेश ने कोई जवाब नहीं दिया। नरेंद्र मोदी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टिप्पणी पर भी अखिलेश ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का भाजपा के विकल्प बनने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने दावा किया कि उन्हें जनता का अपार जनसमर्थन हासिल है, इसलिए कोई वहां उनका विकल्प नहीं बन सकता। अखिलेश ने दावा किया कि सत्ता में आने के पूर्व उत्तर प्रदेश की जनता के साथ जो उन्होंने वादा किया था उसमें से 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।

उन्होंने शिक्षा पर जोरे देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की 12वीं पास छात्र-छात्राओं को लैपटॉप दिए जाने की योजना को दुनिया में अनोखी योजना बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत 15 लाख छात्र-छात्राओं को लैपटॉप दिया जा रहा है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, November 2, 2013, 20:00

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