Last Updated: Thursday, November 21, 2013, 20:46

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को यह कहते हुए राजनीतिक मुद्दों को बातचीत से सुलझाने की वकालत की कि आतंकवाद और हिंसा से कुछ भी नहीं बदला बल्कि इससे केवल राज्य में दुख आया और रक्तपात हुआ।
उमर ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद और हिंसा से जम्मू कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में रंच मात्र भी परिवर्तन नहीं हुआ बल्कि इससे दुख, आर्थिक विपत्ति और रक्तपात हुआ।
उन्होंने पुलवामा जिले में त्राल में कहा कि मैंने हमेशा ही बातचीत की जरूरत की बात की है और जम्मू कश्मीर के राजनीतिक मुद्दों को राजनीतिक तरीके से सुलझाने के लिए अनुकूल माहौल बनाने के उद्देश्य से इस पर जोर देता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मुद्दों को सुलझाने में हिंसा का कोई स्थान नहीं है और यह समस्याओं का हल खोजने में मुश्किलें बढ़ाता है।
उमर ने कहा कि गत 25 वर्ष के दौरान आपने भय और रक्तपात देखा। इसने केवल हमें नुकसान पहुंचाया और जख्म दिए। हिंसा ने एक इंच जमीन भी इस तरफ से उस तरफ स्थानांतरित नहीं की बल्कि राज्य के प्रत्येक घर में आंसू दिये। इसने हमारे खेल के मैदानों को कब्रगाह में और खुशहाल घरों को मातम के अड्डों में तब्दील कर दिया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 21, 2013, 20:46